जयपुर: फिल्मों सी लगने वाली है कहानी जयपुर शहर में एकदम असली है । एक पति ने अपनी पत्नी की दो करोड़ की पॉलिसी कराई। पहली किस्त जमा कराई और दूसरी किस्त जमा कराने से पहले ही दो करोड़ रुपए की पॉलिसी कैश कराने की प्लानिंग कर डाली। पत्नी की सुपारी दे दी और हत्या को दुर्घटना का रूप दिया गया। पत्नी के साथ-साथ साले ने भी दम तोड़ दिया। लेकिन जीजा को शिकन तक नहीं हुई। पुलिस, परिवार और पॉलिसी कंपनी इसे हादसा ही मान रहे थे। 19000000 रुपए की पॉलिसी मिलने ही वाली थी लेकिन तभी कहानी में जोरदार ट्विस्ट आया और सारी बाजी पलट गई। अब पुलिस ने पति और उसका साथ देने वाले कुछ बदमाशों को गिरफ्तार किया है । सभी पर हत्या का आरोप है ।
पोलिसी मिलने से पहले आया जोरदार ट्विस्ट
पूरा घटनाक्रम जयपुर के हरमाड़ा थाना इलाके का है । दरअसल 5 अक्टूबर को हरमाड़ा इलाके में एक जिप्सी ने बाइक सवार शालू और उसके भाई राजू को कुचल दिया था । शालू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था, जबकि राजू की अस्पताल में मौत हो गई थी । पुलिस इसे दुर्घटना मानकर फाइल बंद कर चुकी थी। लेकिन तब ही हरमाड़ा थाने के कांस्टेबल दयाराम को किसी ने सूचना दी कि शालू ने कुछ दिन पहले ही करीब ₹20000000 की पॉलिसी कराई है । दयाराम ने बिना समय गवाएं शालू के पति महेश को उठा लिया। इस बारे में कुछ अधिकारियों को सूचना दी तो एक बार तो वो भी सन्न रह गए। उधर पॉलिसी कंपनी अमाउंट देने की तैयारी कर रही थी और इधर हरमाड़ा थाना पुलिस ने इस हादसे को हत्या करार दे दिया ।
जिप्सी से टक्कर मारकर की दो हत्या
हरमाड़ा थाना पुलिस ने बताया कि शालू और महेश की शादी 2015 में हुई थी। 2017 में उनको एक बेटी हुई । बेटी के जन्म के बाद से ही महेश ने मारपीट शुरू कर दी थी। इसी कारण शालू मुरलीपुरा में अपने पीहर चली गई थी। 5 अक्टूबर को वह अपने चचेरे भाई के साथ हनुमान जी के मंदिर में पूजा पाठ करने जा रही थी। लेकिन जिप्सी से टक्कर मारकर दोनों की हत्या कर दी गई।
पत्नी को नहीं पता था कि यह पॉलिसी उसे मौत देने वाली है
पुलिस ने बताया कि महेश के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। शालू ने उसके ऊपर दहेज प्रताड़ना समेत अन्य मुकदमे चला रखे थे और इन पर जल्द ही फैसला आना था । लेकिन इस बीच महेश ने फिर से शालू से नजदीकी बढ़ाना शुरू कर दिया। उसने यहां तक कहा कि वह जल्द ही उसे अपने घर ले जाएगा। इन्हीं सभी बातचीत के बीच इस साल अप्रैल में महेश ने शालू की दो करोड़ रुपए की पॉलिसी भी करा दी। शालू को पता नहीं था कि यह पॉलिसी उसे जल्द ही मौत देने वाली है।
10 लाख में दी सुपारी और 50 हजार एडवांस दिए
पॉलिसी कराने के बाद उसकी एक किस्त करीब ₹30000 की भर दी गई। फिर महेश ने शालू की हत्या का प्लान कर लिया । उसने मालवीय नगर में हिस्ट्रीशीटर मुकेश सिंह से संपर्क किया। मुकेश ने 1000000 रुपए में शालू की सुपारी ले ली और साडे ₹500000 पहले ले लिए।इस काम में मुकेश का साथ उसके साथी सोनू और महेंद्र ने भी दिया। सभी ने मिलकर प्लानिंग की और दुर्घटना करने के बाद उसे हादसे का रूप देने की तैयारी कर ली । ऐसा हुआ भी । लेकिन कुछ दिन पहले एक जरा सी सूचना ने इस हादसे को डबल मर्डर में तब्दील कर दिया। पुलिस ने महेश, मुकेश ,सोनू और महेंद्र सभी को अरेस्ट कर लिया है । उधर इसकी सूचना मिलने के बाद से शालू का परिवार सदमे में है।