न्यूज़ डेस्क: हिंदु धर्म में मंत्रों का काफी महत्व है। हमारे वेद पुराणों और धार्मिक पुस्तकों में भी मंत्रों की शक्ति के बारे में बताया गया है। कहते हैं कि मंत्रों में बहुत शक्ति होती है। जब भी घर में कोई शुभकार्य या मांगलिक कार्य होता है तो यज्ञ किया जाता है। यज्ञ या हवन के दौरान पंडित जी मंत्रोच्चार करते हैं। वहीं हवन के लिए जब हवन कुंड में लकड़ियां रखी जाती हैं तो उसमें माचिस से अग्नि प्रज्वलित की जाती है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, एक पंडित जी ने बिना माचिस के ही हवन कुंड में दूर से ही अग्नि प्रज्वलित कर दी।
भक्ति की शक्ति… मंत्र की ध्वनि शक्ति विज्ञान से प्रज्वलित हुई अग्नि…#TrendingNow pic.twitter.com/f3QTfYszAi
— Narendra Singh (@NarendraNeer007) December 2, 2022
घर में हो रहा था हवन
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि किसी घर में कोई मांगलिक कार्य हो रहा है। इस उपलक्ष में वहां हवन की तैयारी चल रही है। घर के आंगन में बहुत से लोग इकट्ठे हैं। कुछ पंडित भी वहां उपस्थित हैं। आंगन के बीच में हवन कुंड बनाया गया है। हवन कुंड में लकड़ियां रखी हुई हैं। कुछ पंडित दूर खड़े हैं। वहीं मुख्य पंडित उस हवन कुंड में कुछ सामग्री डाल रहे हैं और मंत्र पढ़ रहे हैं।
मंत्र शक्ति से हुई अग्नि प्रज्वलित
वीडियो में देखा जा सकता है कि पंडित जी लगातार मंत्र पढ़ रहे हैं। इसके बाद वे हवन कुंड से थोड़ा दूर जाकर खड़े हो जाते हैं। वहां से वे मंत्र पढ़ने लगते हैं। दरअसल वे मंत्रों की शक्ति से हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करने की कोशिश कर रहे थे। वीडियो में देखा जा सकता है कि पंडित जी जब मंत्र पढ़ते हैं तो थोड़ी ही देर में उस हवन कुंड में से धुंआ उठने लगता है और अपने आप अग्नि प्रज्वलित हो जाती है। यह नजारा देखकर सभी हैरान रह गए।
विज्ञान का चमत्कार या कुछ और..
इस वीडियो को ट्विटर पर Narendra Singh नाम के यूजर ने शेयर किया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा,’भक्ति की शक्ति… मंत्र की ध्वनि शक्ति विज्ञान से प्रज्वलित हुई अग्नि…।’ इस वीडियो को देखकर यूजर्स हैरान हैं। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि यह सब विज्ञान का चमत्कार है। बता दें कि पहले भी इस तरह के कई वीडियो सामने आ चुके हैं, जहां बिना माचिस के आग लगाकर दिखाई गई। हालांकि इसके पीछे विज्ञान था। वहीं कई लोगों का मानना है कि मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि बिना माचिस के भी अग्नि प्रज्वलित की जा सकती है।