मुरादाबाद: अक्सर आपने एक लड़के को ही दूल्हे के रूप में सेहरा बांधे देखा होगा. बारात भी लड़का यानि दूल्हा लेकर निकलता है. वहीं दूल्हे की दुल्हन लाल जोड़े में सजी, घूंघट में चेहरे छुपाए अपनी बारात का इंतजार करती है. लेकिन क्या हो जब सुहाग के लाल जोड़े की बजाय लड़की दुल्हन नहीं बल्की दूल्हा के लिबाज में तैयार हो जाए. यही नहीं शर्म- हया और घूंघट को छोड़ दुल्हन, दूल्हा बन बग्घी पर भी सवार हो जाए. उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में लोग हक्के- बक्के रह गए जब उन्होंने लड़के नहीं लड़की की बारात का अनोखा नजारा देखा. ढोल नगाड़ों का शोर सुन लोग बालकनी की ओर दौड़े तो बग्घी पर लड़की बनी दूल्हे को सवार देख हर किसी के होश फाख्ता हो गए. हर किसी के लिए ये नजारा बेहद अलग और अनोखा था.
दरअसल यह अनोखा नजारा मुरादाबाद में राम गंगा विहार के हिमगरी कॉलोनी का था. यहां रहने वाले राजेश शर्मा अपनी बेटी की अनोखी बारात निकाल रहे थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजेश शर्मा अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश महामंत्री हैं. उनकी बेटी की शादी बुधवार यानि आज होनी है. लेकिन शादी से पहले ही वह बेटी की अनोखी बारात निकाल चुके हैं.
27 साल की बेटी को दुल्हन से पहले बनाया दूल्हा
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजेश शर्मा ने अपनी बेटी को उसकी बारात निकाल कर अनोखा तोहफा दिया है. उन्होंने ऐसा लड़कों और लड़कियों के बीच अंतर को खत्म करने के लिए किया. वह बताते हैं कि ठीक 27 साल पहले जब उनके घर बेटी की किलकारियां गूंजी थी तो वह खुश होने की बजाय दुखी थे.
जैसा कि हमेशा से ही भारतीय समाज में चला रहा था, बेटे के होने पर फूला न समाना और बेटी के होने पर कड़वा घूंट पी जाने की अनुभूति होना. वह बताते हैं कि सालों पहले वह इस जश्न को ना मना पाए थे जिसकी कमी को उन्होंने आज इस अनोखे अंदाज में पूरा किया है. आज वह बेटी को दुल्हन के लिबाज में हमेशा के लिए विदा करने जा रहे हैं.