दिल है की मानता नहीं ! प्रेमिका को छोड़ नहीं सकता, पत्नी को छोड़ना नहीं चाहता, परिवार परामर्श केंद्र में बोला शख्स

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आगरा: परिवार परामर्श केंद्र में रविवार को एक मामले में पति ने कहा… साहब दिल के हाथों मजबूर हूं, प्रेमिका को छोड़ नहीं सकता, पत्नी को छोड़ना नहीं चाहता हूं। प्रेमिका ने उसके बुरे समय में उसका साथ दिया है तो वह उसे कैसे छोड़ सकता हूं। मैं चाहता हूं कि पत्नी और प्रेमिका दोनों के साथ रहूं। पत्नी को घर पर और प्रेमिका को किराए पर रख लूंगा तो दोनों में झगड़ा भी नहीं होगा। वहीं पत्नी का कहना है कि पति सारी कमाई प्रेमिका पर खर्च कर देता है। ऐसे में वह और उसका बच्चा कैसे अपना जीवन-यापन करेंगे। मै पति पर मुकदमा दर्ज कराऊंगी। इस मामले में अगली तारीख दी गई है और पति को प्रेमिका को साथ लाने के लिए कहा गया है।

काउंसलर अमित गौड़ ने बताया कि शमसाबाद की रहने वाली युवती की शादी चार साल पहले इटावा के रहने वाले युवक के साथ हुई थी। दोनों का एक बेटा है। पत्नी ने बताया कि पति दिल्ली की प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। दिल्ली की युवती से उसका अफेयर चल रहा है। इसकी वजह से वह घर भी कम ही आता है। छुट्टी नहीं मिलने का बहाना बनाता है। पत्नी का आरोप है कि पति खर्च के लिए भी पैसे नहीं देता है। वह सारा पैसा प्रेमिका पर खर्च कर देता है। युवक ने भी कबूला है कि वह किसी से प्रेम करता है और अब वह उसे छोड़ नहीं सकता है।

वहीं पत्नी का कहना है कि पति ने अगर प्रेमिका को नहीं छोड़ा तो वह मुकदमा दर्ज करा पति के खिलाफ कार्रवाई कराएगी। काउंसलर ने बताया कि दोनों में सुलह कराने का प्रयास किया जा रहा है। अगर बात नहीं बनी तो मामले में पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। परिवार परामर्श केंद्र की प्रभारी नीलम राणा ने बताया कि काउंसिलिंग के लिए कुल 115 फाइलें लगाई गईं थीं। इनमें से कुल 25 जोड़ें केंद्र पहुंचे। तीन जोड़ों में सुलह हो गई, जबकि बात न बनने पर तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। अन्य को अगली तारीख दी गई।

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