मेरठ: 2 दिन से लापता बच्चे को पुलिस दिल्ली से बरामद कर लाई है। बच्चा बिल्कुल ठीक है। पुलिस ने जब घर छोड़कर जाने का कारण पूछा तो बच्चा बोला कि पापा ने 2 का पहाड़ा सुनाने को कहा था। मैं टेबल नहीं सुना पाया तो उन्होंने डांटा। बस उनकी डांट ही अच्छी नहीं लगी, इसलिए घर छोड़ दिया। पुलिस भी बच्चे का जवाब सुनकर हैरान रह गई। मामला ललियाना गांव का है।
रविवार से लापता था दानिश
बच्चे का नाम दानिश (11) है। वह रविवार दोपहर को लापता हो गया। दानिश ललियाना के एक स्कूल में 6वीं में पढ़ता है। दानिश घर में बाहर खेलने जा रहा हूं, कहकर गया था। लेकिन देर रात तक जब वो घर नहीं लौटा तो माता, पिता को चिंता हुई। इसके बाद आस-पास ढूंढा। उसके दोस्तों और रिश्तेदारों को फोन लगाया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। फिर परिजनों ने थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई। पुलिस ने दानिश की फोटो जारी कर तफ्तीश शुरू कर दी।
अंग्रेजी में पहाड़ा न सुनाने पर पिता ने की थी पिटाई
थाना प्रभारी अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि लड़के ने पूछताछ में बताया कि उसके पिता अब्दुल सलाम ने दानिश से 2 का पहाड़ा सुनाने को कहा था। लेकिन, उसने पहाड़ा इंग्लिश में सुनाया। इसके बाद पिता ने उसे हिंदी में पहाड़े सुनाने को कहा, लेकिन वह सुना नहीं सका। जिससे गुस्साए पिता ने उसकी 2 दिन तक पिटाई की थी। दानिश ने इसकी शिकायत अपनी मां से भी की थी, लेकिन उसकी मां ने उसकी बात को अनसुनी कर दिया। इससे आहत होकर दानिश रविवार को घर से खेलने का बहाना बनाकर दिल्ली चला गया। थाना प्रभारी ने बताया कि दिल्ली में लड़के के होने की सूचना हापुड़ निवासी दानिश के परिचित को लगी। जो पुलिस के लगातार संपर्क में था। इसके बाद पुलिस टीम दानिश के परिजन को लेकर वहां पहुंची और दानिश को थाने ले आई।
हापुड़ से रिश्तेदार ने बताई दिल्ली लोकेशन
तफ्तीश के आधार पर पुलिस लगातार बच्चे को तलाश रही थी। तभी मंगलवार देर रात अब्दुल की रिश्तेदारी से हापुड़ से उनके पास फोन आया कि उनका बेटा दानिश यहां दिल्ली में हैं। अब्दुल ने बताया कि दिल्ली में उनके दूर के रिश्तेदार रहते हैं। उन्होंने ही बेटे दानिश को दिल्ली में देखा था। जब उसे पता चला कि दानिश गायब है, तो उसने अब्दुल को सूचना दी। पुलिस इस सूचना के आधार पर बुधवार सुबह दानिश को दिल्ली से लेकर आई। फिलहाल पुलिस दानिश से पूछताछ में जुटी हुई है।
कहीं बेटे के साथ अनहोनी न हो जाए
परिजन बेटे के न मिलने के कारण लगातार परेशान था। वहीं बेटे के साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गई इसकी आशंका भी सता रही थी। जब बेटा सही सलामत वापस मिल गया तो परिजनों ने चैन की सांस ली है।