देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के बैकडोर भर्ती मामले में निलंबित चल रहे सचिव विधानसभा मुकेश सिंघल दो रैंक रिवर्ट कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सिंघल को पदावनत करने के आदेश दिए हैं। सिंघल पर विधानसभा में 32 पदों की सीधी भर्ती के लिए विवादित एजेंसी का चयन करने और तीन दिन में उसे 59 लाख रुपये का भुगतान करने का आरोप भी है। बैकडोर भर्ती में विधानसभा सचिवालय के 228 कर्मचारी बर्खास्त कर दिए गए थे।
सिंघल को पांच साल में तीन पदोन्नति दी गई थीं
बता दें कि उप सचिव शोध से सचिव विधानसभा बने सिंघल को पांच साल में तीन पदोन्नति दी गई थीं। इसके लिए नियमों के विपरीत उनका कैडर भी बदला गया। इसे लेकर विपक्ष ने अंगुली उठाई थी। विधानसभा के भर्ती प्रकरण की जांच के दायरे में मुकेश सिंघल भी हैं।
शोध अधिकारी के पद पर हुई थी नियुक्ति
विधानसभा में मुकेश सिंघल की नियुक्ति शोध अधिकारी के पद पर हुई थी। बाद में उन्हें वरिष्ठ शोध अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया गया था। इसके बाद सिंघल को उप सचिव शोध बनाया गया था। फिर उनका कैडर बदलकर उन्हें संयुक्त सचिव विधानसभा के पद पर पदोन्नति दी गई। तत्कालीन सचिव के सेवानिवृत्त होने पर इन्हें प्रभारी सचिव बनाया गया और इसके बाद में उन्हें सचिव पद पर पदोन्नति दे दी गई थी।