ऋषिकेश: देश के समस्त एम्स में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश पहला ऐसा केंद्र बनने जा रहा है, जहां से हेली एंबुलेंस सेवा संचालित होंगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से फरवरी में एम्स को एक हेलीकाप्टर उपलब्ध कराया जाएगा। वर्ष 2023 के मार्च माह में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू हो जाएगी। मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से निश्शुल्क होगी।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी घोषणा
इस वर्ष 20 सितंबर को दिल्ली में आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन के राष्ट्रीय सम्मेलन में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घोषणा की थी कि हम शीघ्र ही ऋषिकेश एम्स में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने जा रहे हैं। मंत्रालय की ओर से इस संबंध में एम्स ऋषिकेश से आवश्यक पत्राचार पूर्ण कर दिया गया है।
एम्स ऋषिकेश बनने जा रहा ऐसा पहला संस्थान
एम्स ऋषिकेश में करीब दो वर्ष पूर्व हेलीपैड का निर्माण कर दिया गया था। आपात स्थिति में वर्तमान में उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र से हेलीकाप्टर के जरिये गंभीर मरीजों को यहां लाया जा रहा है। इस अवधि में सभी मानक को पूरा करने का काम एम्स प्रशासन ने किया है।
इसके लिए मेडिकल स्टाफ व अन्य सभी तैयारी पहले से ही पूरी की जा चुकी है। हेलीपैड और उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऋषिकेश एम्स को उपयुक्त पाया था। अब एम्स ऋषिकेश ऐसा पहला संस्थान बनने जा रहा है जो हेली एंबुलेंस सेवाओं को संचालित करेगा।
एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से एम्स ऋषिकेश को फरवरी माह तक हेलीकाप्टर उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस वर्ष मार्च माह में एम्स में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू कर दी जाएगी। विशेष बात यह है कि मरीजों के लिए यह सेवा पूरी तरह से निश्शुल्क होगी।
अभी प्रतिमाह 45 मरीजों को इस सेवा का लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हेली एंबुलेंस के लिए मंत्रालय की ओर से अधिकृत एजेंसी तकनीकी स्टाफ उपलब्ध कराएगी। जबकि एम्स ऋषिकेश की ओर से चिकित्सक, नर्सिंग आफिसर व अन्य स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए काल सेंटर की सुविधाएं भी एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध रहेगी।