न्यूज़ डेस्क : बीते कुछ समय से दिल की बीमारी की वजह से लगातार कई लोगों की जान जा रही है। जीवनशैली में अचानक हुए बदलावों की वजह से इन दिनों दिल की बीमारी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। मौजूदा समय में यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है, क्योंकि सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि आजकल युवा भी हार्ट अटैक की वजह से जान गंवा रहे हैं। ऐसे में यह चिंता का विषय बना हुआ है। अक्सर ऐसा माना जाता है कि हार्ट अटैक या कोरोनरी हार्ट डिजीज के ज्यादातर मामले हमारी खराब जीवनशैली की देन होती है। लेकिन हाल ही में सामने आई एक स्टडी में इसे लेकर एक नया खुलासा हुआ है। एक अध्ययन में यह पता चला है कि कोरोनरी हार्ट डिजीज और हार्ट अटैक के लिए एक जीन जिम्मेदार होता है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने अपनी इस स्टडी में एक ऐसा जीन पाया है, जिसे हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार माना गया है।
दिल की बीमारी के लिए बनेगी दवा?
‘सर्कुलेशन: जीनोमिक एंड प्रिसिजन मेडिसिन’ जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में कोरोनरी हृदय रोग वाले छह सौ रोगियों और बिना कोरोनरी हृदय रोग के अन्य 150 रोगियों को शामिल किया गया था। न्यूयॉर्क के इकान स्कूल ऑफ मेडिसीन में कार्डिएक रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं की टीम द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया कि हार्ट अटैक के लिए एक खास प्रकार का जीन जिम्मेदार होता है। इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर जेसन कोवासिक के मुताबिक उन्होंने अपनी इस स्टडी के जरिए हार्ट डिजीज को नियंत्रित करने के लिए तीन महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि इस खोज के बाद दिल की बीमारी से बचने के लिए नई दवा बनाई जा सकती है।
क्या कहती है स्टडी
इस स्टडी के तहत वैज्ञानिकों को पहली बार यह पता चला है कि हार्ट डिजीज के लिए कौन सा खास जीन जिम्मेदार है। वहीं, उन्हें इस अध्ययन से यह भी पता चला है कि हार्ट डिजीज के लिए जिम्मेदार यह जीन शरीर के किस हिस्से में ज्यादा प्रभावी है। संभवतः यह जीन हार्ट आर्टरी में होते हैं, जो ब्लॉकेज के लिए जिम्मेदार होते हैं। साथ ही यह जीन लिवर में भी हो सकते हैं, दो कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाते हैं। इसके अलावा इसे स्टडी से वैज्ञानिकों को मिली तीसरी सफलता के तहत उन्होंने इन जीन्स की रैंकिंग की। स्टडी के जरिए उन्होंने कोरोनरी हार्ट डिजीज के लिए जिम्मेदार कुल 162 जीन्स को प्राथमिकता के मुताबिक क्रम में रखा है।शोधकर्ता कोवासिक के मुताबिक इस सूची में पहचाने गए कुछ शीर्ष जीन्स का वास्तव में पहले कभी भी हार्ट अटैक के संदर्भ में अध्ययन नहीं किया गया है। इन नए महत्वपूर्ण जीनों को खोजना वास्तव में बेहद रोमांचक है, लेकिन असल में यह एक चुनौती भी है, क्योंकि अभी तक कोई नहीं जानता है कि उनमें से कितने जीन कोरोनरी डिजीज या हार्ट अटैक का कारण बनते हैं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Source : “जागरण”