हल्द्वानी: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश (Former Chief Minister Harish Rawat) अपने बयानों ओर पोस्ट से विपक्षियों की परेशानियां तो बढ़ाते ही हैं, कभी-कभी वो अपनी पार्टी के नेताओं को ही असहज कर देते हैं. जिस पर बयान देने से उनकी पार्टी के नेता बचते रहते हैं. हरीश रावत ने कुछ ऐसा ही फिर किया है, जिससे बीजेपी के नेता उन पर तंज कस रहे हैं और पार्टी में आने का न्योता तक दे रहे हैं. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) की फोटो को ट्वीट किए जाने से न सिर्फ कांग्रेसी असहज हैं, बल्कि भाजपा भी चुटकियां ले रही है. मुख्यमंत्री धामी की फोटो शेयर कर इससे पहले भी हरीश रावत कांग्रेसियों को असहज कर चुके हैं. अब फिर एक बार फोटो ऑफ द मंथ कहते हुए हरीश रावत ने धामी की फोटो शेयर की है.
वाह, Photo of the month !!@pushkardhami pic.twitter.com/jYauQvgnFh
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 6, 2023
हरीश रावत ने कौन सी तस्वीर शेयर की
दरअसल सीएम धामी की जो तस्वीर हरीश रावत ने शेयर की है उसमें सीएम धामी एक बच्चे के जूते के फीते बांधते दिखाई दे रहे हैं. वाकई ये तस्वीर पहली नजर में ही आकर्षित कर रही है. सूबे का सीएम कैसे एक बच्चे के साथ अपनत्व का भाव दिखा रहा है. हरीश रावत खुद भी ऐसे ही भावनात्मक व्यक्ति हैं. शायद इसीलिए उन्होंने ये तस्वीर शेयर की. लेकिन नेताओं को तो हर चीज में राजनीति दिखाई देती है. तो हरीश रावत द्वारा शेयर की गई तस्वीर पर भी राजनीति शुरू हो गई है. बता दें कि फोटो शेयर करने के बाद कांग्रेस अपने को असहज महसूस कर रही है तो भाजपा चुटकियां ले रही है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी (BJP state spokesperson Hemant Dwivedi) का कहना है कि हरीश रावत मुख्यमंत्री धामी की तस्वीर शेयर कर रहे हैं तो उसका मतलब सरकार अच्छा काम कर रही है और अपने घोषणा पत्र के अनुरूप राज्य की सेवा कर रही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी केंद्र और राज्य में विकास के कार्य कर रही है, इससे आम जनता के साथ-साथ विपक्ष के नेता भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है.
हरीश रावत भाजपा में आना चाहते हैं तो पार्टी के दरवाजे सबके लिए खुले हैं. वहीं जोशीमठ में आई प्राकृतिक आपदा पर हेमंत द्विवेदी ने कहा कि आपदा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार गंभीर हैं और पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है. सरकार और मशीनरी दिन रात काम कर रही है. प्राकृतिक आपदा किन परिस्थितियों में आई है इसके लिए वैज्ञानिकों की टीम भी जांच में जुट गई है. साथ ही केंद्र सरकार पूरे मामले की निगरानी कर रही है. पीड़ित लोगों के विस्थापन की भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.