देहरादून: जोशीमठ भू-धंसाव को लेकर केंद्र और राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है. पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जोशीमठ की अपडेट सीएम पुष्कर धामी से ले रहे हैं. वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ में प्रभावितों का हालचाल जानने पहुंचे थे . वहीं, अब उत्तराखंड के आईएएस अधिकारियों ने भी अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में देने का फैसला लिया है. ताकि, जोशीमठ प्रभावितों की मदद की जा सके. बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ, उत्तराखंड ने वित्त विभाग उत्तराखंड को पत्र लिखकर जोशीमठ प्रभावितों की मदद के लिए आईएएस अधिकारियों ने अपनी एक दिन की वेतन कटौती कर उसे मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की मांग की है.
भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ, उत्तराखंड के अध्यक्ष आनंद बर्द्धन, सचिव शैलेश बगौली, संयुक्त सचिव सी रवि शंकर, कोषाध्यक्ष सहित रोहित मीणा सहित अन्य सदस्यों ने अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में देने की पहल की है. ताकि जोशीमठ प्रभावितों की मदद की जा सके. बता दें कि इन दिनों जोशीमठ भू-धंसाव की समस्या से जूझ रहा है. हर दिन जोशीमठ शहर में क्षतिग्रस्त मकानों की संख्या बढ़ती जा रही है. जोशीमठ में अब तक 700 से ज्यादा घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई है. वहीं, कई होटल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सरकार इन प्रभावितों को विस्थापित कर रही है. सैकड़ों परिवारों को वहां से हटाया जा चुका है. सरकार इन प्रभावितों को तत्काल अंतिरम सहायता 1.50 लाख रुपये दे रही है.
वहीं, जोशीमठ भू धंसाव के पीछे लोग एनटीपीसी द्वारा किए गए टनल और निर्माण कार्य को मान रहे हैं. प्रभावितों में सरकार और एनटीपीसी के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है. लोग अपने पुनर्वास और विस्थापन की मांग कर रहे हैं.