नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को जोशीमठ संकट को लेकर पीएम मोदी (PM Modi) पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार पर मकानों में दरारों की रिपोर्ट दबाने का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि, “जोशीमठ के बाद, अब कर्णप्रयाग व टेहरी गढ़वाल से भी मकानों में दरारों की ख़बर आ रही है. विपदा का समाधान व जनता की समस्याओं के निदान के बजाय, सरकारी एजेंसियों- ISRO की रिपोर्ट पर पाबंदी और मीडिया से बातचीत पर रोक लगाई. नरेंद्र मोदी जी, डू नॉट शूट द मैसेंजर.”
उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद कर्णप्रयाग में भी घरों में दरारें दिखाई दी हैं. जोशीमठ में असुरक्षित करार दिए गए मलारी इन और माउंट व्यू नाम के दो होटलों को गिराने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हुई है. जमीन धंसने से दोनों होटल एक दूसरे पर झुक गए हैं जिससे बड़ी संरचनात्मक क्षति हुई है.
जोशीमठ के बाद,अब कर्णप्रयाग व टेहरी गढ़वाल से भी मकानों में दरारों की ख़बर आ रही है।
विपदा का समाधान व जनता की समस्याओं के निदान के बजाय, सरकारी एजेंसियो – ISRO की रिपोर्ट पर पाबंदी और मीडिया से बातचीत पर रोक!@narendramodi जी,
“Do Not Shoot the Messenger” pic.twitter.com/v9wigOAV0T
— Mallikarjun Kharge (@kharge) January 14, 2023
कर्णप्रयाग में भी आई मकानों में दरारें
इस बीच, चमोली जिला प्रशासन ने गुरुवार शाम कर्णप्रयाग में आठ परिवारों को नोटिस जारी किया, जिसमें उन्हें मकान खाली करने के लिए कहा गया था, क्योंकि उन्हें रहने के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया था. जमीन धंसने की गतिविधि में वृद्धि के बाद इन घरो में दरारें सामने आई थीं. कर्णप्रयाग के नायब तहसीलदार कर्णप्रयाग ने कहा कि हमने आठ परिवारों को उन घरों को खाली करने के लिए नोटिस दिया है जो रहने के लिए असुरक्षित हो गए हैं और प्रभावित परिवारों को नगरपालिका बोर्ड की ओर से संचालित आश्रय गृह में स्थानांतरित कर दिया है. जोशीमठ संकट को लेकर पीएम मोदी ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया था. इस मामले को लेकर पीएमओ ने हाई लेवल मीटिंग ली थी. सीएम पुष्कर धामी ने कहा था कि पीएम मोदी जोशीमठ संकट को लेकर पल-पल की जानकारी ले रहे हैं.
जोशीमठ की ताजा स्थिति
चमोली जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि जोशीमठ (Joshimath) के प्रभावित लोगों को निकालने का काम जारी है और अब तक 223 परिवारों को राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है. जिन मकानों में दरारें आई हैं उनकी संख्या 782 है जिनमें से 148 को असुरक्षित चिह्नित किया गया है.