महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिला स्थित भारत-नेपाल सरहद पर सस्ते सोने का लालच देकर व्यापारियों को ठगने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है. पकड़े गए अभियुक्तों के पास से पुलिस ने 43000 रुपये नगद और एक फर्जी पुलिस पहचान पत्र भी बरामद किया है. यह गैंग लालची टाइप के व्यापारियों को अपने निशाने पर लेते थे और कई टीम बनाकर व्यापारियों को सस्ते सोने का लालच देकर लूट लेते थे. इस लुटेरा गिरोह का एक विंग व्यापारियों को यह कह कर झांसे में लेते थे कि खुदाई के दौरान उनको सोना मिला है, जिसे वो सस्ते दाम में बेचना चाहते हैं और उसके बाद दूसरा विंग सुनसान जगह पर उनको नकली सोना बेचता था और तीसरा विंग डील के दौरान पैसे लेते ही पुलिस बनकर धमक जाता था.
हाल में इस गिरोह के झांसे में सुनील पांडेय और विकास सिंह आ गए. सुनील पाण्डेय व उनके साथी विकास सिंह (ढाई लाख रुपये) और अपने पास रखे दो मोबाईल फोन के साथ चण्डीथान के पूरब स्थित भट्ठे पर पहुंचे और सोने की खरीद हेतु पैसे दिए ही थे कि तभी योजनानुसार रूपये लेते ही गैंग के अन्य सदस्य अशरफ, हरिकेश्वर सिंह उर्फ मन्टू सिंह, श्रवण उपाध्याय उर्फ पप्पी मौके पर आ धमके और योजनानुसार पुलिस का फर्जी पहचान पत्र दिखाते हुए अपने गिरोह के पैसा लिये हुए लोगों से मारपीट तथा पकड़ने का स्वांग रचने लगे तभी गिरोह के अन्य लोग अपने को छुड़ाकर खेतों की तरफ भाग गये.
सोना खरीदने आये सुनील पांडेय और उनके साथी भी वहां से भाग कर अपने घर गोरखपुर चले गये. घर जाने के बाद सुनील को एहसास हुआ कि बबलू ने अपने गिरोह के अन्य साथियों के साथ मिलकर हम लोगों के रुपये हड़प लिये हैं. इसके बाद सुनील ने स्थानीय थाने पर मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया.
एसपी डॉ. कौस्तुभ ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दूसरे जनपदों के व्यापारियों को नेपाल के सस्ते सोने का लालच देकर भारत-नेपाल बॉर्डर पर ठगा जा रहा है, इस गिरोह का एक विंग व्यापारियों को यह कह कर झांसे में लेते थे कि नेपाल में खुदाई के दौरान उनको सोना मिला है, जिसे वो सस्ते दाम में बेचना चाहते हैं और उसके बाद दूसरा विंग सुनसान जगह पर उनको नकली सोना बेचता था और तीसरा विंग डील के दौरान पैसे लेते ही पुलिस बनकर धमक जाता था जो व्यापारियों से सोना और पैसा लूट लेता था.