नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया. पीएम ने बीजेपी नेताओं को नसीहत दी और कहा- ‘मुस्लिम समाज के बारे में गलत बयानबाजी ना करें. उन्होंने कहा कि पसमांदा और बोरा समाज से मिलना चाहिए. कार्यकर्ताओं के साथ संवाद बनाकर रखना होगा. समाज के सभी वर्गों से मुलाकात करें. चाहे वोट दें या ना दें, लेकिन मुलाकात करें. पार्टी के कई लोगों को अब भी लगता है कि विपक्ष में हैं. पार्टी के कई लोगों को मर्यादित भाषा बोलनी चाहिए. सूत्रों के मुताबिक, पीएम ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं से कहा कि अति आत्मविश्वास के चलते चुनाव हार गए थे. अति आत्म विश्वास से सभी को बचना चाहिए. सभी को मेहनत करने की जरूरत है. ये सोचना कि ‘मोदी आएंगे, जीत जाएंगे’ इससे काम नहीं चलेगा. सभी को संवेदनशील होने की जरूरत है. सत्ता में बैठे लोग ये ना समझें कि स्थाई हैं.
‘मेहनत करने में पीछे नहीं हटना है‘
पीएम ने कार्यकर्ताओं को टास्क किया है. कहा- बॉर्डर के करीब गांव में संगठन को मजबूत किया जाए. मेहनत में पीछे नहीं हटना है. चुनाव में 400 दिन बचे हैं. पूरी ताकत के साथ लग जाएं. प्रधानमंत्री ने बॉर्डर स्टेट में बॉर्डर के समीप गांव में संगठन को मजबूत करने और नए कार्यकर्ताओं को बूथ को मजबूत करने के दिशा निर्देश दिए.
‘अलग-अलग जगहों पर जाकर लोगों से मिलना चाहिए‘
मोदी ने कहा कि मोदी ने कहा कि भारत के जीवन का सर्वोत्तम काल आ रहा है. ऐसे में मेहनत मे पीछे ना रहें. प्रयत्नों की पराकाष्ठा कीजिए. अलग-अलग जगहों पर जाकर लोगों से मिलना है. राष्ट्रवाद की अलख हर जगह जलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरी ताकत के साथ चुनाव में जुट जाएं. मेहनत में हमको पीछे नहीं हटना है. मोदी ने कहा कि भाजपा अब केवल राजनीतिक आंदोलन भर नहीं है. सामाजिक आंदोलन में बदलना चाहिए. उन्होंने भाजपा मोर्चो के कार्यक्रम के लिए कहा. पीएम ने कहा कि अमृतकाल को कर्त्तव्यकाल में बदलना है. अब सामाजिक तौर पर अहम भूमिका निभाना है.
‘युवाओं तक संदेश को पहुंचाना है‘
बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा- पीएम मोदी का भाषण किसी नेता का नहीं, राजनीतिज्ञ की तरह था. उन्होंने देश को पार्टी से ऊपर रखा. प्रधानमंत्री जी ने कहा कि किस प्रकार से हम कुशासन से सुशासन की ओर आए हैं ये संदेश हमें युवाओं तक पहुंचाना है. हमें संवेदनशीलता के साथ समाज के सभी अंगों से जुड़ना है. वोट की चिंता किए बिना देश और समाज को बदलने का कार्य भाजपा को करना है.
18-25 वर्ष से कम आयु के लोगों ने भारत के राजनीतिक इतिहास को नहीं देखा है. उन्हें पिछली सरकारों में हुए भ्रष्टाचार और गलत कामों के बारे में पता नहीं है. इसलिए, उन्हें जागरूक करने और उन्हें भाजपा के सुशासन के बारे में बताने की जरूरत है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से हमने बेटी बचाओ अभियान को सफल बनाया उसी प्रकार से धरती बचाओ अभियान भी चलाना होगा. फर्टिलाइजर की अधिकता के कारण जलवायु परिवर्तन और धरती माता पर पड़ने वाले परिणामों को कम करने की आवश्यकता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आकांक्षी जिलों के विकास में भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका हो, इसके अतिरिक्त हमारे सभी राज्य एक दूसरे के साथ समन्वय बढ़ाते हुए भावनात्मक रूप से जुड़ें. हमें सलाह दी गई है कि मोर्चा के कुछ विशेष कार्यक्रम विशेष रूप से सीमावर्ती गांवों में आयोजित किए जाएं, ताकि हम उनसे और जुड़ सकें और हमारी विकास की योजनाएं इन क्षेत्रों तक पहुंचे.
‘नई राह दिखाने वाला था पीएम का संबोधन‘
फडणवीस ने कहा- आज का प्रधानमंत्री का उद्बोधन प्रेरक भी था, दिशा दर्शक भी था और नई राह दिखने वाला था. उन्होंने कहा कि अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत की विकास गाथा में लगाएं. इस ‘अमृत काल’ को ‘कर्तव्य काल’ में परवर्तित करने से ही देश को आगे ले जाय जा सकता है.
भाजपा जोड़ो अभियान चलाएगी पार्टी
हमें संवेदनशीलता के साथ सभी को जोड़ना है. यह सिर्फ वोट के लिए नहीं बल्कि लोगों को जोड़ने के लिए करना है. बीजेपी में बड़े पैमाने पर सदस्यता होती है और लोकतांत्रिक तरीके से चयन होता है. प्राथमिक स्तर पर सदस्यों का सम्मेलन हो, जिले स्तर पर यह बात भी कही.