कानपुर: रावतपुर में शनिवार शाम एक हृदय विदारक घटना उस समय घटित हो गई, जब ढाई वर्षीय मासूम सीढ़ियों से चढ़कर दूसरी मंजिल पर जाते समय वहां रखे पानी भरे 20 लीटर के डब्बे में सिर के बल गिरकर डूब गई। मासूम को पानी से निकाल कर स्वजन उसे पास के निजी अस्पताल ले गए। लेकिन तब तक मासूम की मौत हो चुकी थी।
खेलते-खेलते जीने पर चली गई लक्ष्मी
काकादेव पी ब्लॉक निवासी जितेंद्र जयसवाल गुजरात के वडोदरा स्थित कंपनी में काम करते हैं। यहां उनकी पत्नी ज्योति अपनी ढाई साल की बच्ची लक्ष्मी को लेकर परिवार के साथ रहती हैं। शनिवार शाम मां ज्योति नीचे अपने कमरे में थी, जबकि मासूम लक्ष्मी हाथ में दूध की बोतल लेकर गेट के पास खेल रही थी। इस दौरान लक्ष्मी जीना चढ़कर दूसरी मंजिल पर अपनी बड़ी मां के पास जाते समय वहां रखें पानी से भरे डब्बे में सिर के बल डूब गई। मासूम की आवाज न सुनाई पड़ने पर कमरे से बाहर निकली मां ज्योति बेटी को डब्बे में डूबा देख बदहवास होकर चीखने लगी। पानी से मासूम को बाहर निकालकर स्वजन उसे पास के निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रावतपुर थाना प्रभारी संजय शुक्ला ने बताया कि मासूम के जीना चढ़ते समय हादसा होने की बात सामने आई है। तहरीर प्राप्त होने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पानी में गिरी बोतल उठाते समय हादसा होने का अंदेशा
जीने के पहली स्लैब पर पानी से भरा डब्बा रखा था। मासूम हाथ में दूध की बोतल लेकर पहली सीढ़ी चढ़ी होगी, तभी हाथ बोतल छूटकर भी पानी से भरे डब्बे में गिर गई। जिसे निकालने के लिए लिए झुकी लक्ष्मी भी उसी डब्बे में सिर के बल चली गई। जिससे उसके रोने की आवाज नहीं निकल सकी और उसकी मौत हो गई। पानी से बोतल निकालते समय ही हादसा होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।