देहरादून: जोशीमठ में दरार और भू-धंसाव को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक की है. इस दौरान जोशीमठ के मौजूदा हालात की समीक्षा हुई. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ में जमीन धंसने के कारणों को लेकर सभी तकनीकी संस्थानों और वैज्ञानिकों की रिपोर्ट आते ही आगे की योजना पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं.
सचिवालय में हुई बैठक में उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा शामिल रहे. बता दें कि जोशीमठ आपदा प्रभावित की हर संभव मदद करना इस समय राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रभावितों के रहने-खाने के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. आपदा प्रभावित परिवारों के सदस्यों के रहने की व्यवस्था होटलों के अलावा राहत शिविरों में की गई है.
ठंड से बचाने के लिए हीटर, ब्लोअर के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. जानकारी के अनुसार, 120 परिवारों को हीटर और ब्लोअर उपलब्ध कराए गए हैं. इसके अलावा जो लोग होटल में ठहरे हैं, उनके लिए होटल के हीटर-ब्लोअर उपलब्ध हैं. 1082 लीटर दूध, 105 लोगों को इलेक्ट्रिक केतली, 110 लोगों को थर्मल वियर, 175 लोगों को हॉट वॉटर बोतल, 592 लोगों को टोपी, 280 लोगों को मोजे, 213 लोगों को शॉल सहित जरूरत का सामान वितरित किया गया है.
चमोली जिला प्रशासन के मुताबिक, जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण अभी तक 863 भवनों को चिन्हित किया गया है, जिनमें दरारें मिली हैं. इसमें से 181 भवन असुरक्षित जोन में है. इसके अलावा प्रभावित 275 परिवारों के 925 सदस्यों को राहत शिविरों में रुकवाया गया है. राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा आदि मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. अभी तक राहत शिविरों में 826 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है.