देहरादून: मुख्यमंत्री ने कहा जोशीमठ के बारे में कई भ्रम फैलाए जा रहे हैं, जो उचित नहीं है. वहां, 70 प्रतिशत दुकानें खुली हैं और आवश्यक काम काज सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के लोग प्रभावितों की मदद में तैनात हैं. पुनर्वास को लेकर कार्य हो रहा है. चार माह बाद चारधाम यात्रा प्रारंभ होनी है. ऐसे समय में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि पूरा जोशीमठ क्षेत्र ही असुरक्षित है. जोशीमठ के बारे में लोगों में संशय की स्थिति पैदा न हो, हमें इस पर भी ध्यान देना चाहिए.
सीएम धामी ने कहा कहा ऐसे समय में प्रभावितों की मदद करना मानवता की बड़ी सेवा है. जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावितों को हर संभव मदद करना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है. प्रभावितों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के साथ त्वरित निराकरण हो, इसके निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं.
पुष्कर धामी ने कहा जोशीमठ क्षेत्र के भूगर्भीय जांच में केंद्र और राज्य सरकार के सभी संस्थान जुटे हैं. शीघ्र ही इस संबंध में ठोस कार्य योजना पर कार्य किया जाएगा. प्रभावितों के पुनर्वास आदि के स्थायी समाधान के भी प्रयास किये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा क्षेत्र का नियोजित विकास भी हमारी प्राथमिकता है.
उन्होंने कहा सांस्कृतिक, धार्मिक एवं सामरिक महत्व वाला जोशीमठ क्षेत्र सुरक्षित हो, यह अपने पुराने स्वरूप में लौटे और आगामी यात्रा भी सुनियोजित ढंग से संपन्न हो, इस दिशा में भी हमें कार्य करना है. यह समय जोशीमठ पर राजनीति करने का नहीं, बल्कि पीड़ितों की मदद का है. राज्य सरकार हर संभव मदद का प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार जोशीमठ में चलाये जा रहे राहत कार्यों की जानकारी ले रहे हैं. उन्होंने पीड़ितों की पूरी मदद का भरोसा दिया है.
वहीं, एम्मार इंडिया के सीईओ कल्याण चक्रवर्ती ने सचिवालय में सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की. इस दौरान चक्रवर्ती ने सीएम धामी से कहा कि एम्मार इंडिया द्वारा जोशीमठ भू-धंसाव से प्रभावित हुए लोगों की मदद के लिए 100 से 150 प्री फेब्रिकेटेड हट्स बनाये जाएंगे. वहीं, सीएम धामी ने जोशीमठ प्रभावितों की मदद के लिए सभी से सहयोग करने की अपील की.