देहरादूनः हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने एसबीआई और एलआईसी समेत अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से अपने उद्योगपति मित्र अडानी समूह में जबरदस्ती निवेश कराया है. जिसे लेकर आज कांग्रेस ने संसद से लेकर सड़क तक केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की. उत्तराखंड में भी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एलआईसी-एसबीआई के दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. देहरादून में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कॉन्वेंट रोड स्थित एसबीआई की मेन ब्रांच पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसजनों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. इतना ही नहीं कांग्रेसी नेता एसबीआई दफ्तर के मुख्य गेट पर चढ़ गए और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. करन माहरा का कहना है कि मोदी सरकार अडानी समूह को लाभ पहुंचा रही है. यदि सरकार सही है तो इस पूरे मामले की जांच कराने से क्यों बच रही है? उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने कंपनियों को इसलिए संरक्षण दिया था कि कंपनी आगे बढ़ सके, लेकिन मोदी सरकार में कुछ पूंजी पतियों को देश लूटने की छूट दी गई है, जिसका खुलासा हो चुका है.
करन माहरा ने कहा कि एलआईसी के निदेशक के मना करने के बावजूद एलआईसी की इक्विटी और शेयर्स अडानी को सौंप दिए गए. इसके अलावा एसबीआई से नियमों को ताक पर रखकर अडानी समूह को लोन दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने देश की बड़ी परिसंपत्तियों को औने-पौने दाम पर अडानी समूह के हवाले कर दिया. अब जब जांच में पाया गया है कि यह सब गलत तरीके से हुआ है, तब से लगातार शेयर्स गिर रहे हैं. लोगों को इस बात का भी डर सता रहा है कि उन्होंने जो अपने जीवन भर की जमा पूंजी एसबीआई और एलआईसी में लगाई है, वो कहीं डूब न जाए.
हल्द्वानी में LIC दफ्तर के बाहर कांग्रेसियों का जोरदार प्रदर्शन
हल्द्वानी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय पर जमकर नारेबाजी की. कांग्रेसियों का कहना है कि सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्ति को केंद्र सरकार लगातार निजी हाथों में देने का प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार कुछ निजी समूहों पर मेहरबान है, जबकि दूसरी तरफ आम जनता महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त हो रही है. इसलिए कांग्रेस के आलाकमान के आदेश के बाद पूरे देश में धरना प्रदर्शन कर रही है.
हरिद्वार में कांग्रेसी बोले- देश को कैसे डुबोया जाता है मोदी और अडानी से सीखे
अडानी समूह के शेयर की कीमतों में हेरफेर समेत कई आरोपों के बाद गिरावट आई है. वहीं, अब अडानी समूह के बहाने कांग्रेस मोदी सरकार पर घेरने का कार्य कर रही है. हरिद्वार में भी कांग्रेसियों ने एलआईसी के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि आज देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. बावजूद इसके मोदी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. मोदी सरकार सिर्फ और सिर्फ आमजन के पैसे की बंदरबांट में लगी हुई है. वहीं, पूर्व राज्यमंत्री संजय पालीवाल ने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के साथ मिलकर किस तरह से देश को डुबोया जाता है, यह सिखना है तो मोदी और अडानी से सीखें.
लक्सर में कांग्रेसियों का धरना
लक्सर में प्रदर्शन करते हुए कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार गरीबों का बैंकों में जमा रुपए डुबोने का काम कर रही है. इतनी बड़ी वित्तीय गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद भी केंद्र सरकार अडानी ग्रुप की जांच कराने के लिए तैयार नहीं है. संसद में भी उन्हें इस मुद्दे पर अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया. लगातार अडानी ग्रुप के शेयर डूब रहे हैं. ऐसे में केंद्र सरकार की जांच करने वाली कई एजेंसियां भी अब चुप्पी साधे बैठी हैं.
बागेश्वर में अडानी मामले में भारी विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस ने मोदी सरकार की ओर से भारतीय जीवन बीमा निगम, भारतीय स्टेट बैंक एवं अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से अडानी समूह में जबरदस्ती निवेश कराए जाने पर नाराजगी जताई. पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम की ओर से पॉलिसी धारकों का 39 हजार करोड़ रुपए अडानी समूह में निवेश कराया गया है. जिससे पॉलिसी धारकों को 33,060 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय बैंकों का अडानी समूह पर 80,000 हजार करोड़ रुपए का बकाया है. कांग्रेस सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों के इस निवेश का पुरजोर विरोध करती है. वहीं, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने कहा कि मोदी सरकार की जन विरोधी नीति के खिलाफ भारतीय जीवन बीमा निगम एवं भारतीय स्टेट बैंक के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. देश की आर्थिकी को बर्बाद करने का काम किया जा रहा है. अडानी और अंबानी को इतना कर्ज देना और देश की परिसंपत्तियों को बेचना मोदी सरकार की विफलता दर्शाता है.