देहरादून: देहरादून में बेरोजगार संघ के प्रदर्शन के दौरान गुरुवार को हिंसा हो गई. पुलिस के लाठीचार्ज में जहां अनेक प्रदर्शनकारी युवा घायल हुए हैं. वहीं पुलिस के 15 सिपाही पथराव में घायल हुए हैं. भीड़ को उत्तेजित कर उपद्रव कराने के आरोप में देहरादून पुलिस ने 13 मुख्य व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार किया है. भर्ती घोटालों के विरोध में राजधानी देहरादून में भारी संख्या में पहुंचे युवाओं ने जमकर हंगामा किया. गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन कर रहे युवाओं का आक्रोश कुछ ही देर में राजधानी की सड़कों पर दिखने लगा. गुरुवार को सड़कें जाम हो गईं. जिलाधिकारी युवाओं को समझाने पहुंचीं, लेकिन युवाओं ने एक न सुनी. इस बीच पुलिस द्वारा लाठीचार्ज शुरू करने से मामला और बढ़ गया. वहीं आक्रोशित युवाओं की भीड़ ने भी पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.
बेरोजगार संघ के प्रदर्शन में अस्तव्यस्त हुई व्यवस्था
बेरोजगार संघ द्वारा अपनी कई मांगों को लेकर राजपुर रोड गांधी पार्क के पास धरना प्रदर्शन किया गया. पुलिस के अनुसार इस दौरान प्रदर्शन में शामिल अराजक तत्वों द्वारा उपद्रवी कृत्य करते हुए कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया गया. साथ ही अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए ड्यूटी में नियुक्त पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट व गाली गलौज की गई. राजकीय व सार्वजनिक वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए उन्हें नुकसान पहुंचाया गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर जानलेवा हमला करने के उद्देश्य से उन पर काफी पथराव किया गया, जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल पुलिसकर्मियों को उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया.
पुलिस ने 13 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया
पथराव करने के बाद भीड़ द्वारा तितर-बितर होकर एश्ले हॉल चौक से घंटाघर चौक पर जाम लगाते हुए सड़क को जाम किया गया. इससे आम जनमानस को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पुलिस के अनुसार उग्र प्रदर्शन में 3 से 4 हज़ार की संख्या में लोग शामिल थे. भीड़ को उत्तेजित कर उपद्रव करने वाले 13 मुख्य व्यक्तियों को पुलिस द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया. साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से कुछ अन्य व्यक्तियों को पुलिस हिरासत में रखा गया, जिन्हें बाद मुचलके पर रिहा किया गया.
देहरादून पुलिस के अनुसार इन घटनाओं के संबंध में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर द्वारा धारा चौकी में उग्र प्रदर्शन करने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध मुअसं – धारा -57/2023 धारा 307/332/352/147/ 186/ 341/188/427/34 भादवी व 3/4 लोक संपत्ति हानि निवारण अधिनियम और 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके अतिरिक्त हिंसक प्रदर्शन में शामिल अन्य अराजक तत्वों को फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के माध्यम से चिन्हित किया जा रहा है. जिन व्यक्तियों के द्वारा उग्र प्रदर्शन कर सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, उनके भविष्य में परीक्षाओं में बैठने के दौरान होने वाले पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया में आज ही घटना का संज्ञान लिया जाएगा.
सीएम धामी ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव को कानून व्यवस्था की स्थिति और लाठीचार्ज के पूरे क्रम की विस्तृत मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं. सभी तथ्यों और परिस्थितियों की जांच के बाद विस्तृत जांच रिपोर्ट सरकार को उपलब्ध कराई जाएगी.