गोरखपुर: गोरखपुर जिले के खड़ेसरी गांव के सिवान में चार फरवरी को बारीडीहा में रहने वाले राजगीर गिरजेश उर्फ गोलू का शव मिला था। उसे गला रेतकर मारा गया था। भाई उग्रसेन की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की और बुधवार को पुलिस ने इसका राजफाश करते हुए मृतक की पत्नी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। खास बात यह रही कि हत्याकांड का राज मृतक के घर की रसोई में पके चिकन से खुला और सामने आई रिश्तों की एक स्याह कहानी।
एसपी दक्षिणी के मुताबिक घटना वाली शाम को आरोपित अनीता ने घर पर चिकन बनाया हुआ था। हत्या के बाद उसने खाया नहीं था। उससे पूछताछ हुई कि जब पति गायब था तो घर पर चिकन क्यों बना था। उसने बताया कि पति के कहने पर लेकर आई थी। पुलिस ने सख्ती से पूछा तब कहा कि बड़हलगंज गई थी तो पति ने खरीद कर दिया था।
जब पुलिस ने पूछा कि चिकन क्यों नहीं खाया तो उसने बताया कि वह पति के साथ ही खाती थी। इससे पहले उसने बयान दिया था कि पति से उसकी बात तीन फरवरी की शाम को हुई थी। तब उन्होंने कहा था कि वे एक दावत में जा रहे हैं। उसके बाद से पति का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। इसी बयान का जिक्र कर पुलिस ने कहा कि जब वह बताकर गए थे कि दावत में जा रहे हैं तो किसका इंतजार कर रही थी। अनीता अपने ही बयानों में घिर गई और कोई जबाब नहीं दे सकी।
सीडीआर से पुख्ता हुआ शक
इसके बाद पुलिस ने अनीता के मोबाइल का सीडीआर निकलवाया। उसमें एक अनजान नंबर से 23 सौ सेंकेंड तीन फरवरी की शाम यानि हत्या वाली रात को बात हुई थी। यह नबंर अनीता की छोटी बहन के अविवाहित जेठ बांसगांव थाना के दोनखर के अमरजीत का था। अमरजीत हरिद्वार में काम करता था, लेकिन पुलिस ने उसकी लोकेशन निकाली तो वह हत्या वाली रात घटनास्थल के पास मिली।
पुलिस ने अनीता को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू की तो पूरी साजिश खुलकर सामने आ गई। उसके कहने पर अमरजीत ने बड़हलगंज थाना के ग्राम मरवट के मौसेरे भाई दुर्गेश और देवरिया के बरहज के ग्राम सिसई गुलाब के दोस्त विशेषर पटेल के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया था। अनीता ने घटना के बाद एक रिश्तेदार को फोन कर दाह संस्कार का अनुरोध किया था, लेकिन उसने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस लाइंस में घटना का पर्दाफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अरूण कुमार सिंह ने बताया कि चारों आरोपितों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
आरोपितों ने शव के पास खिंचवाए थे फोटो
पुलिस की पूछताछ में अमरजीत ने हत्या करने की बात स्वीकारते हुए आरोपितों के नाम बताए। उसने बताया कि राजगीर की हत्या करने के पहले उसे शराब पिलाई गई। इसके बाद से चारों ने मिलकर हत्या की। पोस्टमार्टम हाउस तक वह मौजूद था। आरोपितों के पास मिले मोबाइल फोन में अमरजीत द्वारा चाकू के साथ शव के पास खड़ा होकर खिंचवाई गई फोटो मिली, जिसमें दुर्गेश शव पर पैर रखे हुआ था।