उदयपुर: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के लॉकर में रखे लाखों रुपए में दीमक लग गई। दीमक ने 2.15 लाख रुपए चट कर दिए। लॉकर मालिक रुपए लेने पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। मामला उदयपुर के कालाजी-गोराजी ब्रांच का है। हिरणमगरी निवासी महेश सिंघवी ने बताया कि ब्रांच में उन्होंने पत्नी सुनीता मेहता के नाम से लॉकर लिया था। लॉकर में 2.15 लाख रुपए के नोट रखे थे। पिछले साल मई में लॉकर खुलवाया था, तब तक कैश सुरक्षित था। जरूरत पड़ने पर गुरुवार को लॉकर खुलवाया तो नोटों की गड्डी पाउडर की तरह हो चुकी थी। पीड़ित ने आरोप लगाया- बैंक मैनेजमेंट ने पेस्ट कंट्रोल नहीं करवाया, इसलिए कैश का नुकसान हुआ। दूसरे लॉकर्स में अन्य कस्टमर के सामान को नुकसान होने की भी आशंका है। इसकी शिकायत बैंक प्रबंधन से भी की। महिला के छोटे भाई मनोज लोढ़ा ने बताया- सुनीता मेहता को बैंक में लॉकर संख्या 265 आवंटित है। इसे मई 2022 में खोला गया था। सुनीता के फूफाजी का निधन होने और शुक्रवार को उनका धोवरा (रिश्तेदारों को लिफाफे बांटने की परंपरा) होने से रुपए की जरूरत महसूस हुई। इस पर मनोज और सुनीता गुरुवार को बैंक गए।
स्क्रू ड्राइवर की मदद से बाहर निकले नोट
मनोज ने बताया- सुनीता और मैं दोनों अपने-अपने लॉकर के सामान निकलने पहुंचे थे। मैंने अपना लॉकर ऑपरेट कर लिया। जब दीदी ने उनका लॉकर देखा तो बाहर दीमक लगी हुई थी। खोलकर नोटों के बंडल को देखा तो वह फंसा हुआ था। बैंककर्मी ने स्क्रू ड्राइवर की मदद से बंडल को निकाला। 15 हजार रुपए का 50 के नोट का एक बंडल पूरी तरह से खराब था। इसके अलावा एक थैली में 500-500 के नोट के बंडल थे। ऊपर से देखा तो ठीक लगे। इसके बाद हमने बैंक मैनेजर को 15 हजार रुपए खराब होने को शिकायत की। 3 घंटे के बाद 15 हजार रुपए बदल दिए। घर जाने के बाद बाकी 2 लाख रुपए चैक किए तो वो भी दीमक खा चुकी थी।
25 से ज्यादा लॉकर्स को खतरा
लोढ़ा ने बताया कि उस बैंक में कम से कम 25 से ज्यादा ऐसे लॉकर होंगे, जहां दीमक लगी हुई है। दीवार से दीमक लॉकर में फैल गई होगी। उन्होंने कहा कि यदि बैंककर्मी वक्त रहते इसका समाधान कर देते तो लॉकर में रखे सामान तक दीमक नहीं पहुंचती और लोगों को नुकसान नहीं होता।
अधिकारियों को दी जानकारी
बैंक के सीनियर मैनेजर प्रवीण कुमार यादव का कहना है कि ग्राहक के नुकसान की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी है। कस्टमर को शुक्रवार को वापस बुलाया है, ताकि समस्या का समाधान किया जा सके। इधर, सूत्रों से यह भी पता चला है कि इस बैंक शाखा में सीलन की परेशानी है। इसी से कीड़ा या दीमक नोटों को खा गई।
कोटा में 10वीं मंजिल से कूदकर छात्रा के सुसाइड मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है। सुसाइड से करीब दो घंटे पहले छात्रा की अपने बड़े भाई से मोबाइल पर बात हुई थी। फोन पर छात्रा ने उसी की बिल्डिंग में रहने वाली किसी आंटी का जिक्र किया था। छात्रा ने अपने भाई को बताया कि आंटी उसे धमका रही थी। जानकारी अनुसार, छात्रा जिस आंटी का जिक्र कर रही है। वो सांचौर की रहनी वाली हैं। अपने बेटे के साथ इसी बिल्डिंग में रहती हैं।