कोशियारी ने की सीएम धामी की तारीफ, हरदा पर ली चुटकी, बोले- उनकी तरह एक घंटे का मौन व्रत कभी नहीं रखेंगे

खबर उत्तराखंड

देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज 24 फरवरी को देहरादून में पत्रकारों से मुखातिब हुए. इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी उन तमाम कयासों के जवाब दिए, जो उनको लेकर उत्तराखंड की राजनीति में लगाए जा रहे हैं. कोश्यारी ने जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की तो वहीं उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मौन व्रत पर चुटकी भी ली. महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आज देहरादून प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया के खुलकर बात की. कोश्यारी ने कहा कि वो राजनीति से 2 महीने पहले ही दूर हो चुके हैं और उन्हें किसी तरह के पद की कोई लालसा नहीं है. वहीं, अपने शिष्य मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कामों को लेकर जब भगत सिंह कोश्यारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई किसी का शिष्य नहीं है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अच्छा काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ कर चुके हैं. उन्हें भी लगाता है कि मुख्यमंत्री धामी बेहतर काम कर रहे हैं और प्रदेश के आगे बढ़ा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि पुष्कर धामी पूरी लगन और निष्ठा से कार्य कर रहे हैं, जो भी सुझाव जनता उन्हें देती हैं, उन सुझावों को वह पूरी तरह से क्रियान्वयन करते हैं. भगत सिंह कोश्यारी बोले जो भी अच्छा काम करेंगा, वो उसकी साथ खड़े हैं, वो खुद भी उत्तराखंड के उत्थान के लिए काम करते रहेंगे.

वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लेकर पूछे गए सवाल पर कोश्यारी ने कहा कि जो भी प्रदेश की बेहतरी के लिए काम करेंगा, वो उसका साथ देगे, लेकिन यहीं पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि वो हरीश रावत की तरह एक घंटे का मौन उपवास कभी नहीं रखेंगे.

इसके अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल रहते हुए उनके दो बयान सुर्खियों में रहे, उस पर भी भगत सिंह कोश्यारी ने अपना पक्ष रखा. भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि यदि उनसे गलती हुई होगी तो वो छोटे बच्चे से भी क्षमा मांगने से पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन उन्होंने न तो कभी सावित्री बाई फुले में कुछ गलत कहा है और न ही छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए कुछ बुरा बोला है.

उन्होंने कहा कि वो महाराष्ट्र के सभी पूर्व राज्यपालों का तहे दिल से आदर करते हैं और सारे मुझसे श्रेष्ठ रहे, लेकिन सारे महाराष्ट्र के लोग यह जानते हैं कि उन्होंने दिन-रात अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. यदि वहां का इतिहास खंगाला जाएगा तो यह कहा जाएगा कि यू हैव क्रिएट हिस्ट्री डियर. उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें अपार स्नेह दिया है. हालांकि उनके जो बयान सुर्खियों में रहे है, उसके लिए उन्होंने मीडिय को ज्यादा जिम्मेदार बताया है.

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