चेन्नई: रेलवे स्टेशन पहुंचते ही ‘यात्रीगण कृपया ध्यान दें’ यह आवाज अक्सर सुनाई देती है. लेकिन अब ये अनाउंसमेंट एक रेलवे स्टेशन पर नहीं सुनाई देगा. चेन्नई में 150 साल पुराने डॉ एमजीआर रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर बीते रविवार से खामोशी छा गई. क्योंकि इस स्टेशन ने दशकों से यात्रियों को ट्रेनों के बारे में दी जाने वाले परंपरागत प्रणाली को अलविदा कह दिया. अब इस स्टेशन पर पब्लिक असाउंसमेंट सिस्टम नहीं होगा. डॉ एमजीआर रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर अब एयरपोर्ट की तरह इन्क्वॉयरी के लिए बड़े स्क्रीन बोर्ड लगाए गए हैं.
दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक आर एन सिंह द्वारा जारी किए गए आदेश में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि सभी विज़ुअल डिस्प्ले बोर्ड काम करने की स्थिति में हों और यात्रियों की सुविधा के लिए पूछताछ बूथों पर पर्याप्त कर्मचारी तैनात किए जाएं.
एंट्री से एग्जिट प्वाइंट तक किए गए खास इंतजाम
तमिल, हिंदी और अंग्रेजी में ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान को प्रदर्शित करने वाली बड़ी डिजिटल स्क्रीन स्टेशन के सभी 3 एंट्री प्वाइंट लगाई गई हैं. वहीं, कॉन्कोर्स एरिया को भी 40-60 इंच के डिजिटल बोर्ड से कवर किया गया है. विकलांगों की सहायता के लिए स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर ब्रेल नेविगेशन मानचित्र और सांकेतिक भाषा वीडियो की सुविधा दी गई है. हालांकि, उपनगरीय ट्रेनों के लिए पीए सिस्टम जारी रहेगा. उन्होंने कहा, “यह कदम प्रैक्टिकल बेसिस पर लिया गया. ” चेन्नई रेलवे डिवीजन के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि विज्ञापनों में भी कोई ऑडियो नहीं होगा. उन्होंने कहा कि रेलवे कर्मचारियों द्वारा संचालित यात्री सूचना केंद्र यात्रियों का मार्गदर्शन करेंगे.
‘यात्रियों के फीडबैक करेंगे और सुधार’
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि यात्रियों के अनुभव के आधार पर इन सुविधाओं में अतिरिक्त सुधार किए जाएंगे. स्टेशन के रिडेवलपमेंट के तौर पर एंट्री प्वाइंट पर बड़े डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे. पूछताछ काउंटर भी बढ़ाए जाएंगे.
रेलवे के प्रयोग से यात्री खुश
स्टेशन के इस नए प्रयोग को लेकर यात्री काफी खुश हैं. एक पैसेंजर ने कहा कि द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पब्लिक अनाउंसमेंट के बंद होने से मुझे कोई खास फर्क नहीं पड़ा, क्योंकि मैं घोषणा के बाद भी डिस्प्ले बोर्ड पर जाकर ट्रेन की जानकारी लेता हूं. सार्वजनिक घोषणा प्रणाली का उपयोग ट्रेनों के आगमन, प्रस्थान, देरी और ट्रेनों के स्थान के बारे में जानकारी प्रसारित करने के लिए किया जाता था.