कोटा: 4 साल का बच्चा यासीन पानी को देखकर डर गया था और वह अपनी मां से लिपट गया था , लेकिन मां ने आज उसे मारने की ठान ली थी । उत्तर प्रदेश के श्योपुर जिले में रहने वाली 34 साल की अफरोज को राजस्थान के कोटा जिले की दादाबाड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । उसे जेल भेजने से पहले रिमांड पर लिया गया है और रिमांड पर लेकर जब उससे पूछताछ की गई तो उसने ऐसे खुलासे की कि थाने में बैठे-बैठे पुलिस वालों की आंखें नम हो गई ।
हत्या की वजह बेहद शर्मनाक है…
दरअसल 4 साल का यासीन मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं था। दिमागी गड़बड़ होने के कारण वह अपने कपड़े गंदे कर देता था। साथ ही उसके मुंह से हमेशा लार गिरती रहती थी । अफरोज ने पुलिस को बताया की यासीन का इलाज भी कराया गया था, लेकिन वह कारगर साबित नहीं हुआ ।उसके पति उसको सपोर्ट नहीं करता था । वह बच्चे से परेशान हो चुकी थी ।
जानवर की तरह अपने बच्चे को मगर के आगे फेंक दिया
उसने मध्यप्रदेश में भी कई बार बच्चे की जान लेने की कोशिश की थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकी । आखिर मंगलवार को वह कोटा के दादाबाड़ी इलाके से होकर गुजरने वाली चंबल नदी के नजदीक पहुंची। चंबल नदी मगरमच्छों से भरी हुई नदी है , अक्सर चंबल नदी में गिरने के बाद लोगों के हाथ व पैरों के अवशेष ही बरामद हो पाते हैं ।
पुलिस को सुनाई रोंगटे खड़े कर देने वाली सच्चाई
अफरोज ने पुलिस को बताया कि नदी के नजदीक ही एक दरगाह में वह अपनी 1 साल की बच्ची और 4 साल के यामीन के साथ पहुंची थी । दरगाह तक पहुंचने के लिए उसने एक ऑटो किया था । दरगाह के नजदीक ही फिरोज नाम का एक युवक भी बैठा था , उसने अफरोज को दो बच्चों के साथ देखा था और कुछ देर बाद ही अफरोज एक बच्ची के साथ वापस लौट रही थी।
उसने इस बात पर ज्यादा गौर नहीं किया, लेकिन कुछ देर के बाद जब वह दरगाह की तरफ जाने लगा तो नदी में उसी बच्चे को पाया जिस बच्चे को वह महिला अपने साथ लेकर आई थी । उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले तक वह महिला जा चुकी थी । कल पुलिस ने अफरोज को गिरफ्तार कर लिया और अब उससे पूछताछ में इस तरह के खुलासे हुए हैं । अफरोज ने पुलिस को बताया कि वह नहीं चाहती थी कि वह अपने बच्चे की जान ले लेकिन उसने ऐसा कर दिया । यामीन की लाश को उसके परिवार को सौंप दिया गया है । अब 1 साल की बच्ची अपने पिता के पास है , उसकी मां जेल में भेज दी गई है।