दुर्ग: जहां देश 21वीं शताब्दी में पहुंच गया है वहीं आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ ऐसी कुप्रथा कायम हैं जो समाज के लिए अभिशाप बनकर उभर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग जादू टोना जैसे बातों को मानते हैं. कुछ ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग (Durg) में आया है. यहां एक महिला को टोना लगाने वाली (टोनही) साबित करने के लिए उनके ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे जलते कोयले और कील पर नंगे पांव जबरदस्ती चलवाया. इससे महिला के पैर बुरी तरह जल गए और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. दरअसल, यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला का है. यहां एक महिला को टोनही साबित करने के लिए उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे जलते कोयले और कील में चलवाया है. इसकी वजह से पीड़ित महिला का पैर बुरी तरह से जल गया है, जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं मामला उजागर होने के बाद अब पुलिस ने ससुराल पक्ष के चार लोगों के खिलाफ टोनही प्रताड़ना अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
महिला को अंगार पर नंगे पैर चलवाया
दरअसल, दुर्ग के जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र के करहीडीह गांव की एक महिला को उसके ससुराल पक्ष के लोग टोनही होने की शक में उसे एक बाबा के पास ले गए. बाबा ने उस पर से टोना निकालने के लिए महिला को कई बार जलते हुऐ कोयले पर चलवाया. इतना ही नहीं लोहे के कील पर भी चलवा कर महिला के पैर को बुरी तरह से छलनी कर दिया. महिला का पैर जब काफी झुलझ गया तब उसके देवर देवरानी और जेठानी उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए.
कथित बाबा है नाबालिग
दुर्ग सीएसपी वैभव बैंकर ने बताया कि जब पीड़ित महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया तब जाकर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. मामला उजागर होने के बाद दुर्ग की जेवरा सिरसा चौकी पुलिस ने एक कथित बाबा सहित उसके सुसराल वालों के खिलाफ टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज किया है. साथ ही कथित बाबा सहित महिला के देवर, देवरानी और जेठानी को कोर्ट के सामने पेश कर दिया है. इस मामले में सबसे बड़ा पहलू यह है कि कथित बाबा नाबालिग है और उसकी उम्र महज 15 साल की है.