सोनभद्र. आपने पुरानी फिल्मों मे देखी होगा कि दुल्हन हाथों में मेहदी लगाकर सज धज कर बारात के आने का इंतजार कर रही है और बारात अंत समय पर नहीं आती है. ऐसा ही एक मामला यूपी के सोनभद्र में भी सामने आया है. बीजपुर बाजार में शनिवार की रात दूल्हे के इंतजार में दुल्हन रात भर मंडप में बैठी रही। न तो बरात पहुंची न ही दूल्हा। थक हार कर रविवार की सुबह दुल्हन ने महिला हेल्प लाइन नंबर पर फोन कर मदद की गुहार लगा दी। शनिवार की रात बीजपुर बाजार निवासी एक व्यक्ति की की पुत्री की बारात गोरखपुर से बाजार स्थित अग्रवाल धर्मशाला में आनी थी। बारात के स्वागत की पूरी तैयारी हो चुकी थी। टेंट लग गया, मंडप सज चुका था, जयमाला के लिए स्टेज तैयार थी। डीजे बज रहा था, खाना पीना शुरू हो गया। घराती रिश्तेदार पहुंच चुके थे, शाम तक सब समान्य था। धीरे धीरे समय बीतता गया, लेकिन बरात का कोई अता पता नही चला।
जब देर तक बरात नही आई तो लड़की के पिता ने दूल्हे के फोन पर बात की। दूल्हे ने बताया कि पहुंचने में थोड़ा समय लगेगा । रात 9 बजे तक पहुंच जाएंगे, लेकिन 10 बजे तक भी बरात नही पहुंची तो दुबारा फोन किया गया तो 12 बजे तक आने की बात कही गई, लेकिन पूरी रात दूल्हे संग बरात नही पहुंची। प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार सिंह दलबल के साथ अग्रवाल धर्मशाला पहुंच गए। मामले की पूरी जानकारी ली तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस ने बताया कि दुल्हन की सौतेली मां पूजा का इंटरनेट मीडिया इंस्टाग्राम पर गोरखपुर निवासी युवक से संपर्क हुआ। दुल्हन की मां को युवराज पसंद आ गया और इंस्टाग्राम के माध्यम से बातचीत होने लगी। इसी दौरान दुल्हन की मां ने अपनी सौतेली बेटी की शादी की बात युवक के सामने रख दी। युवक ने स्वीकार कर लिया। सब कुछ फोन के माध्यम से सब चलता रहा फोन पर ही शादी की तारीख रख दी गई। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि थाने में दुल्हन या उसकी मां की तरफ से कोई तहरीर नही दी गई है, बल्कि खुद दूल्हे की छानबीन किए बिना शादी की तारीख पक्की करने की गलती मानी है।