नैनीताल: रामनगर में आज से शुरू होने वाले जी-20 सम्मेलन के लिए विदेशी मेहमान उत्तराखंड पहुंच गए हैं। इस दौरान पंतनगर एयरपोर्ट पर मेहमानों को कुमाऊंनी संस्कृति की झलक देखने को मिली। एयरपोर्ट पर छोलिया नृत्य और वाद्य यंत्र बजाकर उनका स्वागत किया गया। साथ ही महिलाओं ने माथे पर टीका लगाकर और उत्तराखंडी टोपी पहनाकर उनका स्वागत किया। वहीं, महिलाओं को पिछोड़ा भेंट किया गया। मेहमानों के स्वागत में शहर की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। वर्षों से क्षतिग्रस्त पड़े एनएच-87 का जीर्णोद्धार हो गया है। पंतनगर से इंदिरा चौक तक हाईवे को चकाचक बना दिया गया है। हाईवे किनारे सिडकुल के पास कई पार्कों का निर्माण कर दिया है।
इसमें तरह-तरह के फूल लगा दिए हैं। यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कलक्ट्रेट के पास रेड लाइट के साथ ही जेब्रा क्रॉसिंग बना दी गई है। डीडी चौक व इंदिरा चौक पर भी जेब्रा क्राॅसिंग बनाई गई है।
सम्मेलन में आने वाले विदेशी मेहमानों को पेंटिंग के जरिये उत्तराखंड की पूरी झलक दिखाने की कोशिश की जा रही है। एयरपोर्ट परिसर में मां नंदा सुनंदा, ऐपण के साथ ही लोकसंस्कृति के विभिन्न रंगों को पेंटिंग में उकेरा गया है। पंतनगर एयरपोर्ट के रनवे के पास बनाए गए गेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा उत्तराखंड की संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए पारंपरिक परिधान और आभूषण पहने बुजुर्ग महिलाओं के पोस्टर लगाए गए हैं। एयरपोर्ट भवन के अंदर जी-20 की पेंटिंग के साथ ही ऐपण की विभिन्न कलाकृतियों को दर्शाया है। एयरपोर्ट गेट से लेकर रुद्रपुर शहर के अलावा मेहमानों के सड़क रूट पर पड़ने वालीं जगहों की दीवारों पर कला, संस्कृति और धर्म से संबंधित चित्र बनाए गए हैं।
पंतनगर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद रामनगर के लिए रवाना होने से पूर्व विदेशी प्रतिनिधियों ने नैनीताल रोड स्थित एक होटल में दोपहर का भोजन किया। भोजन में पहाड़ी, पंजाबी और सभी प्रकार के भारतीय भोजन के अलावा विभिन्न जूस उपलब्ध रहे। विदेशी मेहमानों को ईरानी चाय, लिको राइस टी, मसाला चाय के साथ ही अदरक और तुलसी की चाय परोसी गई। भोजन में भट की चुड़कानी, आलू के गुटके, पालक का कापा, गहत की दाल, कुमाऊंनी रायता, झिंगोरे की खीर के साथ ही पंजाबी भोजन में तड़के वाली दाल, लच्छा पराठे, मिस्सी रोटी व विभिन्न प्रकार के चावल, दाल, दही, कुट्टू के आटे की पूड़ियां भी परोसी गई। वहीं, जी-20 की बैठक में शामिल होने वाले देश-विदेश के मेहमान उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोकधुन बेड़ू पाको बारोमासा का आनंद ले सकेंगे। भयेड़ी गांव के मूलवासी प्रसिद्ध बांसुरी वादक मोहन जोशी बांसुरी और पारंपरिक लोकवाद्य यंत्र बिणाई पर लोकधुन प्रस्तुत करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान वह अपने बनाए हुड़के की थाप से भी देश-विदेश के मेहमानों का मनोरंजन करेंगे। वहीं, विदेशी मेहमान पहाड़ी धुन पर थिरकती थी नजर आईं।