कहीं आपने तो नहीं खरीदा ? यहाँ सराफा बाजार में पुलिस ने पकड़ा, असली होलमार्क लगा 12.50 किलो नकली सोना ! व्यापारी गिरफ्तार… ऐसे पहचाने असली सोना

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गोरखपुर: गोरखपुर जिले में राजघाट इलाके के सराफा बाजार से आर्टिफिशियल गहनों को हॉलमार्क लगाकर शुद्ध सोने का बनाकर बेचने के आरोपी व्यापारी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की दुकान से 12.50 किलो नकली गहने बरामद किए हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी अमर जौहरी नकली गहनों पर सोने की पतली चादर चढ़ाकर हॉलमार्क (एचयूआईडी) लगाकर असली सोने का बनाकर बेच देता था। तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ पुलिस ने कूटरचित तरीके से जालसाजी करने और कॉपीराइट की धारा में केस दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक, दोहरीघाट का मूल निवासी अमर जौहरी पांच माह पहले ही सराफा बाजार में दुकान खोली थी। उसके पास आर्टिफिशियल गहनों को बेचने का लाइसेंस है। मगर, उसने नकली गहनों पर सोने की पतली चादर चढ़ाकर उस पर हॉलमार्क की मुहर लगाकर असली बताकर बेचता था। धीरे-धीरे यह बात पूरी सराफा मंडी में फैल गई। इसके बाद व्यापारियों ने अपने स्तर पर मामले जांच की तो तह तक पहुंच गए। संदेह की पुष्टि होने के बाद कई व्यापारी सोमवार को आरोपी की दुकान पर पहुंच गए। आरोपी से व्यापारियों ने गहनों और हॉलमार्क के बारे में पूछताछ की तो वह टूट गया और गिड़गिड़ाने लगा। आरोपी के पास से 12.50 किलो नकली गहने बरामद होने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे एसओ राजघाट राजेंद्र सिंह ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

कहां से पाया हॉलमार्क और सरकारी मुहर

पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी अमर जौहरी के पास आधिकारिक एजेंसी की हॉलमार्क की मुहर कैसे आ गई? इसमें उसकी किसने मदद की? बताते हैं कि हॉलमार्क की मुहर के लिए केवल छह एजेंसियों को ही अधिकार दिए गए हैं। आशंका है कि आरोपी फर्जी हॉलमार्क मुहर का इस्तेमाल करता था।

औरों से सस्ते और उधारी पर दे देता था गहने

पकड़ा गया आरोपी सराफा बाजार में पांच माह पहले ही आया था, लेकिन सस्ते में व उधार बेचकर जल्दी ही बाजार में पकड़ बना ली। उसकी दुकान पर छोटे व्यापारियों की भीड़ लगी रहती थी। यही वजह है कि वह अन्य व्यापारियों की निगाह में आ गया। फिर सभी ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी। नतीजा सोमवार को सामने आ गया। आर्टिफिशियल गहने को असली सोने का बताकर बेचे जाने की पुष्टि के बाद व्यापारियों को समझ में आ गया कि वह सस्ते में गहने क्यों बेच रहा था। आरोपी गांव के व्यापारियों को नकली गहने बेचा करता था।

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि व्यापारियों की शिकायत पर सोने के नकली गहनों के कारोबारी को पुलिस ने पकड़ लिया है। दुकान से करीब 12.50 किलो नकली सोने के गहने मिले हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

ऐसे पहचाने असली सोना

गोरखपुर सराफा मंडल के संरक्षक पीडी जैन बताते हैं कि सोने के गहने खरीदते समय सबसे पहले उस पर लगे हॉलमार्क को जरूर देखना चाहिए। इसके अलावा भी कई तरीके हैं, जिनकी मदद से आसानी से सोने को परखा जा सकता है।

नाइट्रिक एसिड टेस्ट

असली सोने पर नाइट्रिक एसिड का कोई असर नहीं होता है। टेस्ट करने के लिए गहने को थोड़ा सा स्क्रैच करें और उस पर नाइट्रिक एसिड डालें। अगर वह सोना है तो उस पर कोई असर नहीं होगा।

सिरका से करें टेस्ट

हर घर के किचन में सिरका उपलब्ध होता है। सोने के गहने पर सिरका की कुछ बूंदें डालने पर यदि कोई असर नहीं होता है तो वह शुद्ध सोने का है। अगर नकली सोना हुआ तो सिरका की बूंदें जहां भी पड़ेंगी, गहने का रंग बदल जाएगा।

फ्लोटिंग टेस्ट

सोना हार्ड मेटल है, इसलिए इसका फ्लोटिंग यानी तैरने का टेस्ट कर सकते हैं। अगर गहना पानी में डूब जाए तो समझिए असली है। यदि तैरने लगे तो समझ लें कि सोना नकली है।

सोने में नहीं होते चुंबकीय गुण

ध्यान रहे कि सोने में चुंबकीय गुण नहीं होते हैं या यूं कहें कि वह चुंबक की ओर आकर्षित नहीं होता है। अगर आपका गहना चुंबक की ओर खिंचने लगे, तो समझ लीजिए कि वह नकली है।

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