2 साल पहले हुई थी मौत, अब जाकर दफनाया गया शव, परिवार कर रहा था दोबारा जी उठने का इंतजार !

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न्यूज़ डेस्क: जब भी इंसान की मौत हो जाती है तो विधी विधान से उसका अंतिम संस्कार किया जाता है. लोगों में ये मान्यता होती है कि इससे इंसान को मोक्ष की प्राप्ति होती है. वैज्ञानिक तौर पर भी ये सही है क्योंकि मरने के बाद इंसान का शरीर नष्ट होने लगता है, ऐसे में वो सड़ना शुरू हो, उससे पहले अंतिम संस्कार कर देना चाहिए. हालांकि, कुछ लोगों के अंदर इतना अंधविश्वास होता है कि वो मरने के बाद भी इंसान को उससे बाहर नहीं निकलने देते. ऐसा ही साउथ अफ्रीका के एक पादरी के साथ हुआ. उसकी मौत 2 साल (man buried 2 years after death) पहले हो गई थी, मगर अब जाकर उसे दफनाया गया है. ऑडिटी सेंट्रल न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार साउथ अफ्रीका के पादरी सीवा मूडली (Siva Moodley) की मौत साल 2021 में हुई थी पर उन्हें मार्च 2023 में दफन किया गया है. उन्हें करीब 600 दिनों तक मुर्दा घर (Pastor dead body buried after 2 years) में रखा गया था. इसके पीछे का जो कारण है, वो इतना विचित्र है कि आप उसको सुनकर जरूर अपना माथा पीट लेंगे.

लाश दफनाने से किया इनकार

दरअसल, पादरी के परिवार वाले और सह पादरी उनके रीसरेक्शन यानी दोबार जी उठने का इंतजार कर रहे थे. इस वजह से उन्हें 2 सालों तक मुर्दा घर में ही रखा गया था. सीवा, द मिरैकल सेंटर के फाउंडर थे जो उत्तरी जोहानसबर्ग के गौटेंग में है. उनकी मौत 15 अगस्त 2021 को हुई थी. अंतिम संस्कार की तैयारी करने की जगह परिवार ने उन्हें मुर्दा घर में छोड़ दिया. परिवार के लोग वहां आकर पार्थना करते थे कि वो लौट आएं. कुछ महीनों बाद उन्होंने आना भी बंद कर दिया पर वो दफनाने की इजाजत ही नहीं दे रहे थे. चर्च में भी उन्होंने पास्टर की मौत को मानने से इनकार कर दिया.

कोर्ट ने दिया फैसला

जब परिवार ने निर्णय लेने से इनकार कर दिया और मुर्दा घर के कॉल का उत्तर देना छोड़ दिया तब उन्होंने कोर्ट में उनके खिलाफ केस कर दिया. कोर्ट में बताया गया कि लाश ज्यादा दिन रखी रहेगी तो पर्यावरण और वहां काम करने वाले लोगों को भी सड़ती हुई लाश से खतरा है. कोर्ट ने पाया कि मुर्दाघर ने अपनी ओर से कुल 28 बार परिवार को फोन किया है पर उनका यही मानना था कि सीवा फिर से लौट आएंगे. इसके बाद कोर्ट ने निर्णय दे दिया कि लाश को या तो दफनाया जाए, या फिर जलाया जाए. 16 मार्च को उनकी लाश को आखिरकार दफनाया गया.

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