जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला नर्मदा नदी के उथले पानी में चलते हुए दिखाई दे रही है. फिलहाल इसे लोगों की आस्था कहें या अंधविश्वास की सभी इसके पास पहुंच रहे हैं और उसे मां नर्मदा का अवतार मान रहे हैं. लोगों इस महिला को आस्था से जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन ईटीवी भारत ऐसे वायरल वीडियो और अंधविश्वास को बढ़ावा बिल्कुल भी नहीं देता है. मगर मामले की असलियत को जानना भी जरुरी है. पिछ्ले 10 दिनों से ज्यादा वक्त से यह महिला जबलपुर के तमाम नर्मदा नदी के किनारे पड़ने वाले घाटों पर पहुंचती है. जहां भी यह जाती है लोगों की भारी भीड़ जुट जाती है.
लोगों ने महिला को बनाया मां नर्मदा
लोग इस महिला की मां नर्मदा का रूप मानकर देवी की तरह पूजा कर रहे हैं. यही नहीं जहां-जहां यह महिला पहुंचती है खुद को मां नर्मदा का अवतार बताती है और लोगों को आशीर्वाद देती है. महिला का कहना है कि वह लोगों की तकलीफें दूर कर सकती है. इसके साथ ही सबसे बड़ी बात ये है कि जिस महिला को पुलिस द्वारा दस्तयाब कर परिजनों को सुपुर्द करना चाहिए वही पुलिस लोगों के अंधविश्वास के आगे बेबस दिखती है. पुलिस भी महिला के पास पहुंची है और नतमस्तक नजर आती है. लोगों का कहना है कि अगर महिला में कोई शक्ति नहीं होती तो वर्दी में ये पुलिसकर्मी इनसे आशीर्वाद लेने नहीं आते.
महिला को मिल रही पुलिस की सुरक्षा
लोगों की आस्था और अंधविश्वास का केंद्र बनी यह 51 साल की महिला ज्योति बाई रघुवंशी होशंगाबाद जिले की रहने वाली है. इस महिला के खिलाफ नर्मदापुरम जिले के पिपरिया रोड स्टेशन थाने में 25 साल के बेटे नवीन रघुवंशी द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, जिसमें बेटे ने महिला को मानसिक रूप से विक्षिप्त होने का भी जिक्र किया है. महिला काफी लंबे समय से घर से गायब है. नवीन ने FIR में बताया कि 9 मई 2022 से उसकी मां घर से गायब है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस महिला को पुलिस भी सुरक्षा दे रही है. इतना ही नहीं स्थानीय कांग्रेस विधायक संजय यादव भी महिला से आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे.