न्यूज़ डेस्क: तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूज़र्स कई तरह के सवाल उठा रहे हैं। दरअसल, वायरल हो रहे वीडियो में दलाई लामा मंच पर बैठे हैं और एक बच्चे के होंठ पर किस कर रहा हैं। अब सोशल मीडिया पर इस वीडियो के आने के बाद लोगों का कहना है कि किसी बच्चे के साथ इसी तरह की हरकत नहीं करनी चाहिए थी।
दलाई लामा का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चा दलाई लामा को सम्मान देने के लिए झुकता है तभी दलाई लाम बच्चे के होठों को चूमते हैं और इसके बाद दलाई लामा अपनी जीभ बाहर निकालते है और बच्चे से इसे चूमने के के लिए कहते हैं। वहीं, बच्चे से यह भी सवाल करते हैं कि क्या तुम मेरी जीभ स्पर्श कर सकते हो?
Y esto…???? #ConLosNiñosNo https://t.co/4GwInQpmCr
— Roberto Sosa Martínez🕊️ (@RobertoSosaMx) April 9, 2023
सोशल मीडिया पर लोग कर रहे ऐसे कमेंट्स
फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने इस वीडियो को शेयर कर दलाई लामा की ओलचना की है। @DeepikaSRajawat नाम के एक ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया,’यह अशोभनीय है और किसी को भी दलाई लामा के इस व्यवहार को सही नहीं ठहराना चाहिए।’ जस ओबेरॉय नाम के एक यूजर ने इस वीडियो पर आपत्ति जताते हुए कहा- मैं क्या देख रहा हूं? क्या यह दलाई लामा हैं? यह काफी घृणित है। @Raju30748208 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया गया,’जांच कराई जाए तो कुछ भी निकल सकता है।’
@RemiSlowinski नाम के एक यूजर ने पूछा- ऐसे कौन कर सकता है? हद है भाई, जांच होनी चाहिए। @Mr_NO15 नाम के एक यूजर ने पूछा,’ऐसे लोगों ने नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया है?’ @_aussie17 नाम के एक यूजर ने कहा- मुझे कोई बता सकता है कि यह कौन सा कल्चर है? @karaokec नाम के एक ट्विटर यूजर कहते हैं कि ऐसे लोगों को समाज में सम्मान क्यों दिया जा रहा है?
जानकारी के लिए बता दें कि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यह तिब्बती कल्चर है। यह परंपरा 9वीं शताब्दी से चली आ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक लैंग डर्मा नामक एक राजा था, जिसके काम से लोग खुश नहीं रहते हैं। ऐसे में बौद्ध पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं और उन्हें डर था कि क्रूर राजा का पुनर्जन्म होगा। इस वजह से इस तरह की परंपरा शुरू की थी। जिसके अनुसार तिब्बती अपनी जीभ बाहर निकाल कर एक दूसरे का अभिवादन करते हैं, यह दिखाने के लिए कि उनकी जीभ काली नहीं है और वे दुष्ट राजा के अवतार नहीं हैं। इस परंपरा को सम्मान के रूप में देखा जाता है। हालाकिं मामला बढ़ने के बाद दलाई लामा ने माफ़ी मांग ली है।