भुवनेश्वर/नुआपाड़ा: ओडिशा केनुआपाड़ा से मानवीयता को तार-तार करने वाली एक घटना सामने आई है। जिले के सिनापाली स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला की मौत हो गई। मौत के बाद शव को ले जाने के लिए मृतका के परिजन शववाहिनी वाहन से बार-बार संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। अंत में थक-हारकर परिजनों को शव को 8 किलोमीटर तक स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा।
स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान हो गई थी मौत
जानकारी के मुताबिक, सिनापाली प्रखंड के लंबोदर सा की पत्नी सरस्वती सा को बीमार पड़ने पर उसके परिजनों ने सिनापाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान सरस्वती की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने शव को घर ले जाने के लिए शववाहनी गाड़ी से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
घंटो किया इंतजार, नहीं आया महाप्रयाण वाहन
सरस्वती की रात 8 बजे मौत हो गई थी लेकिन शववाहिनी के इंतजार में शव 12.30 बजे तक स्वास्थ्य केंद्र में ही पड़ा रहा। आखिरकार निराश होकर परिजन अस्पताल से स्ट्रेचर ले आए और शव को स्ट्रेचर पर रखकर स्वास्थ्य केंद्र से आठ किलोमीटर दूर अपने गांव ले गए। इस घटना के बाद लोग राज्य सरकार के महाप्रयाण वाहन यानी शववाहिनी पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
अमानवीय घटना पर क्या बोले सीडीएमओ
इस अमानवीय घटना पर सीडीएमओ चौधुरी शोभारानी मिश्र ने कहा कि हमने मरीजों को लेने के लिए वाहनों की व्यवस्था की है। सिनापाली स्वास्थ्य केंद्र में महापरायाण वाहन उपलब्ध नहीं कराए गए हैं, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र की ओर से सभी इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, मृतका के परिजन शव को अन्य लोगों की बातों में आकर स्ट्रेचर पर ले गए।