नई दिल्ली: भारत में लगातार दो दिन नए मामलों में बढ़ोतरी देखी गई थी। हालांकि आज सात फीसदी की कमी दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 11 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि गुरुवार को यह संख्या 12 हजार से अधिक थी। वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में शुक्रवार सुबह तक कोरोना के सक्रिय मामले 66 हजार 170 तक पहुंच गए हैं। यानी इतने लोग संक्रमित होने के बाद या तो अस्पताल में भर्ती हैं या घर पर ही अपना इलाज करा रहे हैं।
कल हुई थीं सबसे ज्यादा मौतें
सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि 24 घंटे में 11,692 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कोरोना मामले की संख्या 4.48 करोड़ दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को 28 मौतें हुईं। इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,31,258 हो गई है। बता दें, सबसे ज्यादा कोरोना केरल को प्रभावित कर रहा है। केरल में नौ मौतें हुई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में सात महीने में सबसे ज्यादा मौतें (40) गुरुवार को हुई थीं। वहीं, बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। 4,42,72,256 लोगों ने कोरोना महामारी से जंग जीत ली है। वहीं, मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत, जबकि रिकवरी दर 98.67 प्रतिशत दर्ज की गई। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोविड टीके की 220.66 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।
स्थिती नियंत्रण में
दिल्ली में भी कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से उछाल हो रहा है। दिल्ली में भी रोजाना एक हजार से ज्यादा नए केस दर्ज किए जा रहे हैं। दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के अन्य इलाकों में भी कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि देश में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में भले ही इजाफा हो रहा हो, लेकिन स्थिति अभी कंट्रोल में है। बस लोगों को कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना की वजह से हो रही मौत में से कुछ की मौत की प्राइमरी वजह कोरोना बताया जा रहा है। हालांकि, इसके बाद भी एक्सपर्ट का कहना है कि यह बहुत रेयर है। हेल्दी इंसान में इस बार कोरोना खतरनाक नहीं हो रहा है।