रायसेन: मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के सिलवानी इलाके में चार दिन पहले एक शख्श की लाश मिलती है। लाश के चेहरा बुरी तरह से खराब किया गया था। ये पहचान में नहीं आ रहा था कि लाश किसकी है। पुलिस को खबर दी जाती है। जांच शुरू होती है तो उस लाश की जेब से एक फोन नंबर मिलता है। पुलिस उस नंबर पर फोन करती है तो एक महिला फोन उठाती है। वो बताती है कि उसका पति किसी काम से दो दिन से बाहर गया हुआ है। पुलिस उस महिला और उसके परिवार के दूसरे लोगों को लाश की शिनाख्त के लिए बुलाती। महिला और उसकी सास लाश देखकर फफक-फफकर रोने लगती है। वो कल्लू के रूप में लाश की शिनाख्त करते हैं।
लाश की उंगलियों ने किया कत्ल का पर्दाफाश
इसी बीच लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाता है और पोस्टमार्टम के बाद लाश परिवारवालों को दे दी जाती है। अगले दिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आती है तो पुलिस हैरान रह जाती है। रिपोर्ट में लाश किसी 25 साल के लड़के की पता चलती है, जबकि कल्लू की उम्र आधार कार्ड में 34 साल लिखी गई थी। पुलिस का माथा ठनकता है। तुरंत कल्लू के गांव में पुलिस पहुंचती है जहां उसके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थी। गांव वाले भी पुलिस को बताते है कि ये लाश कल्लू की हो ही नहीं सकती क्योंकि कल्लू की पैरों की दो उंगलियां चिपकी हुईं थी जबकि इस लाश की उंगलियां अलग हैं। तुरंत लाश को चिता से हटाने के आदेश दिए जाते हैं।
दोस्त के कत्ल के बाद उसे खुद के कपड़े पहनाए
कल्लू के परिवारवाले सकपका जाते हैं। पुलिस शक के आधार पर परिवारवालों को गिरफ्तार करती है और पूछताछ करती है तो सामने आती है बेहद कड़वी हकीकत। दरअसल कल्लू मरा ही नहीं था बल्कि जो लाश सामने थी वो कल्लू के दोस्त सलमान की थी। कल्लू ने ही सलमान का कत्ल किया था। कल्लू ने नौकरी के बहाने सलमान नाम के शख्स को अपने घर बुलाया और फिर उसका कत्ल कर दिया। लाश को अपने कपड़े पहना दिए और उसकी जेब में जानबूझकर अपना फोन नंबर डाल दिया।
बीमा की रकम के लिए ली दोस्त की जान
कल्लू के ऊपर लाखों रूपये का बैंक का कर्ज था। उसने एक 25 लाख का बीमा भी करवाया हुआ था। उसका प्लान था कि अगर वो खुद को मरा हुआ साबित कर देता है तो उसकी पत्नी को बीमा के पैसे मिल जाएंगेऔर उसका कर्ज भी माफ हो जाएग। बस इसी प्लानिंग को पूरा करने के लिए उसने ये साजिश रची। पुलिस ने इस शातिर अपराधी कि गिरफ्तार कर लिया है।