हरीश रावत की किताब ‘उत्तराखंडियत’ ने कर दी सियासी घटनाक्रमों की याद ताज़ा ! बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा – कांग्रेस को ही भारी पड़ेगी हरदा की किताब…

खबर उत्तराखंड

देहरादून: राजधानी देहरादून में आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की किताब ‘मेरा जीवन लक्ष्य उत्तराखंडियत’ का लोकार्पण हुआ. जगदगुरु शंकराचार्य राज राजेश्वराश्रम महाराज ने हरीश रावत की पुस्तक का लोकार्पण किया. इस मौके पर कांग्रेस नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी और सीपीआई के कई नेता मौजूद रहे. करीब 600 से अधिक पन्नों की इस किताब में हरीश रावत ने अपने जीवन काल में हुए घटनाक्रमों का उल्लेख किया है. इस पुस्तक में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत और पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए हैं.

किताब विमोचन के मौके पर हरीश रावत ने कहा वह जगतगुरु शंकराचार्य और तमाम लोगों के आभारी हैं जिन्होंने स्नेह जताया. पुस्तक में गोविंद बल्लभ पंत का जिक्र किए जाने पर हरीश रावत ने कहा यह एक ऐतिहासिक घटनाक्रम है, क्योंकि, उत्तर प्रदेश के विभाजन की जब बात आई थी तब गोविंद बल्लभ पंत ने नेहरू से कहा था कि यह मेरा विशाल शरीर उत्तर प्रदेश है. इसका विभाजन नहीं होना चाहिए, तब पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल में जब उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की बात सामने आई उस दौरान एनडी तिवारी ने गोविंद बल्लभ पंत का उदाहरण देते हुए वही बात दोहराई थी.

दरअसल, हरीश रावत की किताब में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी का जिक्र किया गया है. पुस्तक के पेज नंबर 351 हरीश रावत ने उल्लेख किया है कि उनके प्रस्ताव पर तत्कालीन पीएम पीवी नरसिम्हा राव, उत्तराखंड को केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर सहमत थे. इसके लिए उत्तराखंड के नेताओं को बुलाया गया था. उन्होंने तिवारी को भी न्यौता दिया, लेकिन, तिवारी पहले ही केंद्र में मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज थे. ऐसे में उन्होंने नाम लेते हुए कहा कि गोविंद बल्लभ पंत ने पंडित जवाहरलाल नेहरू से कहा था उत्तर प्रदेश का विभाजन उनकी लाश पर होगा. वह भी ऐसा ही सोचते हैं. यह सुनते ही निराश राव बैठक से चले गए. बैठक में नरसिंहा राव मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. इसके साथ ही पुस्तक में तमाम घटनाक्रमों का जिक्र भी हरीश रावत ने किया है.

कांग्रेस के लोग ही उठाएंगे हरदा की किताब पर सवाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पूर्व सीएम हरीश रावत की पुस्तक पर पूछे मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए कहा, जो उत्तराखंड राज्य निर्माण के विरोधी रहे हों और उत्तराखंड को लूटने का लाइसेंस देते कैमरे में कैद हुए हों, उनका उत्तराखंडियत पर किताब लिखना हास्यपद है । उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, हरदा की किताब खुद कांग्रेस पार्टी की अंतर्द्वंद्व को बढ़ाने वाली और असलियत को सामने लाने वाली साबित होगी । पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने उत्तराखंडियत पर किताब लिखने को लेकर हरदा के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा, 90 के दशक में राज्य निर्माण के विरोध में इन्होंने और कांग्रेस नेताओं ने ऐड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ था, जब बात बनती नही देखी तो केंद्र शासित प्रदेश बनाने का लगे राग अलापने । इतना ही नही जब मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला तो अपनी सरकार बचाने के लिए कैमरे पर राज्य को बेचने का लाइसेंस देने वादा करते नज़र आये । उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, अब बड़ी बेशर्मी से उत्तराखंडियत पर ज्ञान बघार रहे है ।

भट्ट ने व्यंग करते हुए कहा, हरदा की किताब कांग्रेस को ही भारी पड़ने वाली है और उनकी पार्टी के अंतर्द्वंद्व को ही बढ़ाने वाली है । उन्होंने कहा, वे अपनी जो भी पीड़ा बयां कर रहे है वो सब दुख उनकी पार्टी नेताओं द्वारा ही उन्हें दिए गए हैं ।

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