दौसा: राजस्थान में इन दिनों गहलोत सरकार की ओर से महंगाई राहत कैंप लगाए जा रहे हैं जहां सरकार की मुख्य कल्याणकारी योजनाओं में लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. इन कैंप को लेकर खुद सीएम अशोक गहलोत ने मोर्चा संभाल रखा है लेकिन मंगलवार को दौसा में लगा एक कैंप सुर्खियों में आ गया जहां कैंप के दौरान स्क्रीन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरोध में एक वीडियो चल गया जिसके बाद वहां हडकंप मच गया. जानकारी के मुताबिक दौसा के पंचायत समिति सभागार में चल रहे महंगाई राहत कैंप के दौरान टीवी स्क्रीन पर आम आदमी पार्टी के नेताओं के भाषण का एक पुराना वीडियो चलता नजर आया जिसमें पीएम के खिलाफ नारेबाजी हो रही थी. वहीं इस दौरान कैंप में काफी संख्या में लोग मौजूद थे और वहीं से वीडियो वायरल हो गया जिसके बाद चर्चा का विषय बना हुआ है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने घटना पर कहा कि इन कैंपों का उद्देश्य जनता को राहत प्रदान करने के बजाय अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूरा करना है.
मंहगाई राहत कैंपों में प्रसारित हो रहे इस वीडियो के माध्यम से माननीय PM श्री @narendramodi जी के विरूद्ध प्रोपोगेंडा चलाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और कांग्रेस की निकृष्ट मानसिकता को प्रदर्शित करता है। लगता है मोदी जी की लोकप्रियता कांग्रेस को रास नहीं आ रही है। @ashokgehlot51 pic.twitter.com/I8yT4iad2i
— Rajendra Rathore (Modi Ka Parivar) (@Rajendra4BJP) May 2, 2023
‘पीएम के खिलाफ प्रोपोगेंडा चलाना दुर्भाग्यपूर्ण‘
वहीं इस मामले पर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सीएम गहलोत महंगाई राहत कैंप को जन अभियान बताकर झुनझुना बजा रहे हैं जबकि इन कैंपों का उद्देश्य जनता को राहत प्रदान करना नहीं है. राठौड़ ने कहा कि कैंपों में प्रसारित हो रहे आम आदमी पार्टी के वीडियो के माध्यम से पीएम के खिलाफ प्रोपोगेंडा चलाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निकृष्ट मानसिकता को दिखाता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत अब बहुत खराब हो गई है जहां उसे अपने कैंपों में आप पार्टी के वीडियो का सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं राठौड़ ने कहा कि 24 अप्रैल से शुरू हुए महंगाई राहत शिविरों में कांग्रेस सरकार जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग सरकारी खर्च पर देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ दुष्प्रचार करने में कर रही है.
कलेक्टर ने कहा- जांच होगी
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद दौसा जिला कलेक्टर कमर चौधरी का कहना है कि जिला प्रशासन की ओर से महंगाई राहत कैंप में इस तरह के वीडियो चलाने के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि दौसा में एक महंगाई राहत कैंप के दौरान इस तरह के वीडियो चलाए जाने की सूचना मिली है जिसकी जांच की जा रही है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ उचित एक्शन लिया जाएगा.