चित्तौड़गढ़: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक शादी समारोह की खुशियों में उस समय खलल पड़ गया जब दुल्हन भाग गई. हालांकि लड़के वालों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने आनन-फानन में सर्च अभियान चलाकर आधी रात को लुटेरी दुल्हन और उसके भाई को पकड़ लिया। इस बीच इस दुल्हन का आशिक भी वहीं मिल गया. परिजनों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. लुटेरी दुल्हन का पिता फरार हो गया है. उसकी मां बीमारी का बहाना कर अस्पताल में भर्ती हो गई ।
चित्तौड़गढ़ के पावटा चौक के रहने वाले राजेंद्र चपलोत की शादी झालरापाटन की रहने वाली अंकिता के साथ तय हुई थी। 5 मई तक सब कुछ ठीक था। लेकिन 5 मई की देर रात को अंकिता के पिता और उसके परिजन किसी बात पर नाराज होकर वहां से जाने लगे.दूल्हा राजेंद्र वहां पहुंचा. लेकिन तब तक लुटेरी दुल्हन अंकिता, उसके पिता, उसका एक भाई और उसकी भाभी चित्तौड़गढ़ से निकल चुके थे. बाद में आधी रात को दुल्हन अंकिता और उसके भाई को पकड़ लिया गया.
जानकारी में सामने आया कि अंकिता और राजेंद्र का विवाह एक बिचौलिये के माध्यम से तय हुआ था. उसमें रुपये का लेनदेन हुआ था. शादी के लिए काफी पैसा अंकिता के परिजनों को दिया भी जा चुका था. दुल्हन के परिजनों के साथ एक समुदाय विशेष का युवक ड्राइवर के तौर पर उनके साथ आया था. उसे लेकर दूल्हे के परिजनों का दुल्हन के घर वालों से विवाद हो गया. बाद में पता चला कि वह अंकिता का प्रेमी है.रिश्तेदार भी शादी में शामिल होने के लिए पहुंच गए थे. हल्दी, मेहंदी और महिला संगीत का आयोजन हो चुका था. बस फेरे और उसके बाद रिसेप्शन की तैयारी थी.शादी की सभी तैयारियां धरी की धरी रह गई. आहत दूल्हे राजेन्द्र के पिता सुरेश ने पुलिस को रिपोर्ट दी है.उन्होंने बेटे की शादी के नाम पर हुई धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है. उसके आधार पर पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी हुई है. दूल्हे के परिजनों के मुताबिक अगर समय पर उन्हें पता नहीं लगता तो उनकी जान-माल को भी खतरा हो सकता था.