मेरठ: दिल्ली पुलिस के दारोगा के बेटे की मंगनी में 20 लाख की नकदी और लग्जरी कार नहीं मिली। दारोगा ने शादी से दो दिन पहले बेटे की बरात ले जाने से इनकार कर दिया। मंगेतर ने बिजनौर एसएसपी से पूरी कहानी बयां की, जिस पर चांदपुर थाने में दारोगा व बेटे समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।
गोदभराई की रस्म के लिए आया था परिवार
टीपीनगर थाने के शिवपुरम रोहटा रोड पर दारोगा सतीश शर्मा का परिवार रहता है। उनका बेटा अरविंद शर्मा हरिद्वार की एक कंपनी में मैनेजर है। अरविंद की शादी भाजपा नेता पातीराम शर्मा की भतीजी रीतू शर्मा निवासी नलपुर थाना चांदपुर बिजनौर से तय हुई। 24 फरवरी को दारोगा का परिवार गोदभराई की रस्म पूरी करने के लिए रीतू के घर पर पहुंचा था। उसके बाद सात मई को शिवपुरम में दारोगा के घर पर दोनों की मंगनी की गई। मंगनी में रीतू पक्ष की तरफ से पांच लाख कीमत की एफडी और करीब पांच लाख कीमत का इलेक्ट्रोनिक्स सामान व फर्नीचर दिया गया।
11 मई की तारीख तय हुई शादी की
रीतू पक्ष के लोग शादी की तैयारी में जुट गए। शादी 11 मई की तय थी। मंगलवार को दारोगा के मामा मनोज शर्मा की तरफ से लड़की पक्ष को काल कर बीस लाख की नकदी और लग्जरी कार की मांग की गई। मांग पूरी नहीं करने पर शादी से इनकार कर दिया। उसके बाद परिवार के लोगों ने दारोगा से बात की। उन्होंने बेटे की बारात लाने से इनकार कर दिया।
पिता की हो चुकी है मौत
रीतू के पिता प्रमोद शर्मा की मौत हो चुकी है, इसलिए रीतू अपने चाचा पोतीराम के साथ एसएसपी नीरज जादौन से मिली। उन्होंने सतीश शर्मा, अरविंद शर्मा, मनोज शर्मा, सरिता शर्मा, आकाश और चिराग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। उसके बाद कुछ पुलिसकर्मियों को साथ लेकर रीतू का परिवार सतीश शर्मा के परिवार से बातचीत करने के लिए पहुंचा। उन्होंने लड़की पक्ष से बात करने से इनकार कर दिया।
इंस्पेक्टर संत शरण का कहना है कि मामला बिजनौर का है। उधर, दारोगा सतीश शर्मा के बेटे अरविंद कुमार ने कहा कि मंगनी के बाद रीतू की काल आई, जिसमें उसने बताया कि मंगनी में उसे सोने के आभूषण नहीं दिए गए। इसलिए रीतू ने मुझसे और मेरी मां के साथ फोन पर अभद्रता की है। इसलिए हमने शादी करने से इनकार कर दिया।