रामपुर : उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव का परिणाम 13 मई को आ गया. इस बार के चुनाव में रामपुर अर्बन सीट हॉट बनी हुई थी. इसकी दो वजहें थीं. एक तो सपा नेता आजम खान, वहीं, दूसरी वजह आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी सना खानम, जिन्होंने इस चुनाव में जीत हासिल की है. सना खानम के चुनाव लड़ने की कहानी बेहद रोचक है. नामांकन से 10 दिन पहले सना खानम को भी शायद पता नहीं होगा कि वह चुनाव लड़ने वाली हैं. लेकिन, कहते हैं न कि जब ऊपर वाला देता है तो छप्पड़ फाड़ के. दरअसल, उनके पति मामून शाह 25 साल से कांग्रेस कार्यकर्ता रहे हैं. लेकिन, इस चुनाव में कांग्रेस ने नजरअंदाज कर दिया. वह खुद चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन, उन्हें पता चला कि यह सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई है. इसके बाद मामून ने 45 साल की उम्र में शादी कर ली. उन्होंने ये शादी15 अप्रैल को नामांकन से ठीक दो दिन पहले सना खानम से की.
सना खानम ने AAP से लड़ा चुनाव
मामून की पत्नी सना खानम ने एक ऐसी पार्टी से चुनाव लड़ा, जिसकी यूपी में राजनीतिक पैठ न के बराबर है. वह थी आम आदमी पार्टी. केजरीवाल के विकास मॉडल को चुनाव में सना ने प्रचार का आधार बनाया और अंतत: वह चुनाव में विजयी रहीं. शनिवार को जब चुनाव परिणाम आया तो सना खानम को 43,115 वोट प्राप्त हुए.
सना खानम ने बीजेपी प्रत्याशी को दी शिकस्त
सना खानम ने बीजेपी के डॉ. मुसर्रत मुजीब को 10,958 वोटों से हरा दिया. इस तरह आम आदमी पार्टी ने निकाय चुनाव में इतिहास रचते हुए रामपुर में अपनी पहली जीत हासिल की. हालांकि, रामपुर की इस सीट पर सपा का दबदबा रहा है. लेकिन, इस बार सपा की उम्मीदवार 16,269 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर खिसक गई.
जनता के उम्मीदों पर खरा उतरने की करेंगी कोशिश
सना खानम का कहना है कि जिस उम्मीद से जनता ने उन्हें अपना समर्थन दिया है, वह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगी. वहीं, इस चुनाव में आप की जीत से सपा नेता आजम खान की साख को भी झटका लगा है. लोग ऐसी चर्चा करते दिखे कि रामपुर में सपा पहले के मुकाबले कमजोर हो गई है. हालांकि, बीजेपी नेता अपने प्रदर्शन को संतोषजनक बता रहे हैं. उन्होंने कहा है कि आगामी चुनावों में इस इलाके से बीजेपी प्रत्याशी ही जीतेंगे.