देहरादून : उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने शुक्रवार को प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढावा देकर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से यह आकलन करने को कहा कि पर्यटन योजनाओं का लाभ कितना लोग ले पा रहे हैं.
यहां ‘सशक्त उत्तराखण्ड @25’ के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किये गये अल्प, मध्य और दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नई पर्यटन नीति का जनमानस तक पहुंचाने को कहा. उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं में आम जन का रूझान बढ़ा है, उनमें यदि टॉपअप लोन और सब्सिडी की धनराशि बढ़ाने की आवश्यकता प्रतीत हो रही है तो उसका भी प्रस्ताव तैयार किया जाए.
सीएम ने अधिकारियों से क्या कहा?
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से एक ऐसी प्रणाली विकसित करने को कहा जिससे सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ राज्य के सभी पात्र लोगों को मिल सके. उन्होंने राज्य में होम स्टे को और बढ़ावा देने के साथ उन्हें चलाने वालों को समय-समय पर प्रशिक्षण देने की भी जरूरत बताई और कहा कि इससे लोगों की आर्थिकी को तेजी से बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से अपने भ्रमण के दौरान होम स्टे में रूकने का भी आग्रह किया.
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि राज्य में मातृत्व मृत्युदर को और कम करने के लिए प्रयास किये जाएं. इसके लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करना होगा. सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन खुशियों की संवारी का व्यापक स्तर पर प्रचार किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए सभी विभागों द्वारा क्या प्रयास किये गये हैं, इसकी भी समीक्षा की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसके लिए स्वास्थ्य निदेशालय में आईटी सेल बनाया जाए.