भोपाल : मध्यप्रदेश की शिवराज सराकर अब भाजपा नेताओं पर दर्ज मामले वापस लेने जा रही है। कांग्रेस के कार्यकाल में दर्ज सभी मामलों को वापस लिया जाएगा। बीजेपी ने यह फैसला ऐसे वक्त पर लिया है जब कुछ ही महीनों बाद विधानसभा के चुनाव होेने है। सरकार का यह फैसला भाजपा नेताओं को एकजुट करने के तौर पर देखा जा रहा है।
कांग्रेस के कार्याकाल के दौरान कई भाजपा नेताओं पर साल 2018 और 2020 के बीच मामले दर्ज किए गए थे। प्रदेश भाजपा द्वारा सभी नेताओं को एक फॉमेट भेजा रहा है, जिसे भरकर नेताओं को अपने संबंधित कलेक्टर के पास जमा करना होगा। इसके बाद केस वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आपको बता दें कि भोपाल से पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह मम्मा के खिलाफ एक मामला दर्ज हुआ था, मम्मा पर एक स्वास्थ्य अधिकारी को धमकाने का आरोप था, उनका एक ऑडिया भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह अधिकारी को धमकाते नजर आ रहे थे। इसके अलावा कई नेताओं पर राजधानी भोपाल के अलग अलग पुलिस थानों में मामले दर्ज किए गए थे।
आपको बात दें कि कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान बीजेपी नेताओं ने धरना प्रदर्शन किए थे। उसी दौरान कई नेताओं पर मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि इन नेताओं के खिलाफ केवल वैसे ही केस वापस लिए जाएंगे जो किसी सरकारी कर्मचारी द्वारा दर्ज कराई गई हो।