पीलीभीत : जिले के इनायतगंज मोहल्ला निवासी सुनील गुप्ता के घर दीपावली की रात तेज धमाके के साथ एक पत्थर गिरा था. स्थानीय लोगों ने इसे उल्कापिंड बताया था. कथित उल्कापिंड गिरने की चर्चा सोशल मीडिया पर भी गई. इसी सिलसिले में शनिवार को भारतीय भूवैज्ञानिक संरक्षण विभाग लखनऊ के दो सदस्य सुनील गुप्ता के घर पहुंचे. सदस्यों ने घटनास्थल का जायजा लिया. साथ ही कथित उल्कापिंड को जांच के लिए अपने साथ ले गए.
तेज धमाके के साथ गिरा था कथित उल्कापिंड
दरअसल, बीती 24 तारीख को रात करीब एक बजे आसमान से लगभग 10 किलोग्राम वजन का एक पत्थर सुनील के घर की छत पर गिरा. तेज धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग सुनील के घर पहुंच गए. वहीं सुबह तक यह चर्चा का विषय बन गया. स्थानीय लोगों ने इसे उल्कापिंड बताया. खबर फैलते ही थाने की पुलिस भी सुनील के घर पहुंच गई और फोटो खींच कर अपने साथ ले गई.
काफी गर्म था पत्थर
सुनील ने बताया कि पत्थर गिरते ही तेज धमाके की आवाज सुनाई दी. पत्थर गिरने से छत पर रखी लोहे की चादर क्षतिग्रस्त हो गई थी. बगल की दीवारों पर भी दरारें आ गई थीं. सुनील ने बताया कि जब पत्थर के पास जाकर देखा तो वह काफी गर्म था. जब मामला प्रकाश में आया तो भूवैज्ञानिक संरक्षण विभाग के विशेषज्ञ पवन कुमार और पोलामि चाकी सुनील के घर पहुंचे. विशेषज्ञ पत्थर को जांच के लिए कोलकाता स्थित लैब भेजेंगे. उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
मत्था टेकने के लिए पहुंचने लगे थे लोग
हालांकि कुछ लोगों ने इसे आसमानी पत्थर बताकर माथा टेकने लगे थे. इसे भगवान का पत्थर मानकर मत्था टेकने वालों की भीड़ दूर-दूर से पहुंचने लगी थी. लोगों का कहना है कि पत्थर गिरने के घंटों बाद तक गर्म था.