नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां जिले के आएसआई अस्पताल से सुबह एक बच्चा चोरी हो गया। बच्चे के चोरी हो जाने के बाद परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच कर रही है। पूरी घटना अस्पताल में लगे एक सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। अस्पताल के वार्ड से बच्चा चोरी कर ले गई महिला चोर मिली जानकारी के मुताबिक, एक महिला चोर अस्पताल के वार्ड से बच्चा चोरी कर ले गई। उशकी यह हरकत अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बच्चा चोरी होने के बाद परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। मासूम बच्चे के पिता तनवीर ने बताया कि उसने अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया था। करीब 7:00 बजे उसकी पत्नी ने एक पुत्र को जन्म दिया था।
बेटे के जन्म के बाद परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं रहा लेकिन देखते ही देखते यह खुशी मातम में बदल गई। बच्चे को ले जाते हुए अस्पताल के CCTV कैमरे में कैद हुई महिला परिजनों का कहना है कि सुबह तड़के 4:30 बजे तनवीर की पत्नी अपने बच्चे के साथ अस्पताल के बिस्तर पर लेटी हुई थी कि तभी अचानक से उसने अपने बच्चे को देखा तो वह बिस्तर पर मौजूद नहीं था। उसने शोर मचाना शुरु किया तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और परिवार में मातम पसर गया। बच्चा चोरी हो जाने की खबर आग की तरह पूरे अस्पताल में फैल गई।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची नोएडा पुलिस ने ईएसआई अस्पताल के सारे सीसीटीवी खंगाले जिनमें से ज्यादातर सीसीटीवी बंद मिले। एक सीसीटीवी में एक महिला बच्चे को ले जाती हुई दिखाई दी है। पुलिस ने पीड़ित पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर बच्चा चोर महिला की तलाश शुरू कर दी है।बच्चे के चोरी होने के बाद परिजनों ने अस्पताल को भी ठहराया जिम्मेदार आपको बता दें कि मासूम बच्चे के परिवार वालों ने हादसे के बाद अस्पताल को भी जिम्मेदार ठहराया है। परिवार का आरोप है कि यह अस्पताल एक मॉडल अस्पताल है और अस्पताल के सीसीटीवी काम नहीं कर रहे हैं।
इसके अलावा अस्पताल की सिक्योरिटी भी बेहद गैर जिम्मेदार है। यदि अस्पताल में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था होती तो उनका बच्चा आज उनसे जुदा नहीं होता। अस्पताल प्रशासन से सवाल पूछे जाने पर सीसीटीवी खराब होने की बात को स्वीकार है और बच्चा चोरी होने पर अपनी लापरवाही भी महसूस की है। वहीं जिस मां ने अपने बच्चे को 9 महीने पेट में रखकर जन्म दिया और उसका बच्चा अस्पताल की लचर व्यवस्था के चलते उससे जुदा हो गया। ऐसे में अस्पताल प्रशासन पर सवालिया निशान तो लगना लाजमी है।