उत्तराखंड में दूसरी जी-20 एंटी-करप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग का समापन, 90 से अधिक प्रतिनिधियों ने लिया भाग

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ऋषिकेश: G-20 Summit: जी-20 एंटी-करप्शन वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक में एसेट रिकवरी, भगोड़े आर्थिक अपराधियों, सूचना साझा करने के लिए सहयोग के औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों, भ्रष्टाचार से निपटने के लिए संस्थागत ढांचे और आपसी कानूनी सहायता से संबंधित कई प्रमुख विषयों पर गहन विचार-विमर्श के साथ आगे बढ़ी। एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक नौ से 11 अगस्त तक कोलकाता में आयोजित होगी। ऋषिकेश के नरेंद्र नगर स्थित होटल वेस्टिन रिसोर्ट एंड स्पा हिमालयाज में संपन्न हुई। बैठक का उद्घाटन 25 मई को रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने किया था। बैठक में 20 सदस्य देशों, 10 आमंत्रित देशों और यूएनओडीसी, ओईसीडी , एगमॉन्ट ग्रुप, इंटरपोल और आईएमएफ सहित नौ अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 90 प्रतिनिधियों की भागीदारी थी।

भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अतिरिक्त सचिव और जी- 20 एंटी-करप्शन वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष राहुल सिंह ने बैठक की अध्यक्षता तथा इटली के टास्क फोर्स के प्रमुख व जी- 20 एंटी-करप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग के सह-अध्यक्ष जियोवन्नी टार्टाग्लिया पोलसिनी तथा इटली के ही पूर्णाधिकारी मंत्री, विदेश और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री फैब्रिज़ियो मारसेली इस बैठक में सह अध्यक्ष रहे।

बैठक में पिछले तीन दिनों में, एसेट रिकवरी, भगोड़े आर्थिक अपराधियों, सूचना साझा करने के लिए सहयोग के औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों, भ्रष्टाचार से निपटने के लिए संस्थागत ढांचे और आपसी कानूनी सहायता से संबंधित कई प्रमुख विषयों और क्षेत्रों पर गहन और उत्पादक विचार-विमर्श हुआ है।

प्रतिनिधियों ने बैठक में भ्रष्टाचार को रोकने और उससे मुकाबला करने के लिए तीन उच्च स्तरीय सिद्धांतों पर सहमति व्यक्त की। जिसमें जिम्मेदार सार्वजनिक निकायों और प्राधिकरणों की अखंडता और प्रभावशीलता को बढ़ावा देना, भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए कानून प्रवर्तन संबंधी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सूचना साझाकरण को मजबूत करना और भ्रष्टाचार से संबंधित संपत्ति वसूली तंत्र को मजबूत करना।

एसीडब्ल्यूजी के पहले दिन, ‘लिंग और भ्रष्टाचार’ पर एक साइड इवेंट भी आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में माननीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री भारत सरकार मीनाक्षी लेखी ने मुख्य भाषण दिया।

इस आयोजन के दौरान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भ्रष्टाचार के लैंगिक पहलुओं पर विचार-विमर्श किय। जिस तरह से महिला सशक्तिकरण आंतरिक रूप से भ्रष्टाचार विरोधी पहलुओं से जुड़ा हुआ है और लैंगिक संवेदनशील शासन और नीति निर्माण की आवश्यकता है। प्रतिनिधियों को ऋषिकेश में प्रवास के दौरान भारत की समृद्ध संस्कृति, विरासत और व्यंजनों के स्वाद लेने का भी अवसर प्राप्त हुआ।

भ्रष्टाचार के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय लड़ाई को मजबूत करने के जी20 एजेंडे को और गति प्रदान करने के लिए भारत अब तक की पहली व्यक्तिगत भ्रष्टाचार विरोधी मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी भी करेगा।

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