जयपुर: राजस्थान के 15 से ज्यादा शहरों में पिछले 2 दिन से आंधी तूफान और का माहौल बना हुआ है । गुरुवार रात आए भयंकर तूफान ने 18 लोगों की जान ले ली। हजारों की संख्या में बिजली के पोल और पेड़ टूट गए । इसी बीच चमत्कार भी देखने को मिला। दरअसल जयपुर के नाहरगढ़ रोड इलाके पर स्थित जंगजीत महादेव मंदिर में करीब 200 साल पुराना एक पेड़ था। तेज आंधी और अंधड के कारण यह पेड़ मंदिर पर गिर गया । जिस मंदिर के नजदीक पेड़ लगा हुआ था वह पेड़ जड़ समेत धराशाई हो गया। इसकी सूचना जब लोगों को लगी तो लोग मौके पर पहुंचे। लेकिन चमत्कार को देखकर दंग रह गए । जिस मंदिर के बाहर या पेड़ लगा हुआ था वह मंदिर भी सैकड़ों साल पुराना बताया गया है । कुछ साल पहले इस मंदिर के आसपास एक बिल्डिंग बनवाई गई थी और मंदिर को संरक्षित कर दिया गया था।
इस मंदिर में हर रोज स्थानीय लोग पूजा पाठ करने आते हैं। लेकिन जब मंदिर की पूरी बिल्डिंग और पेड़ नीचे आ गिरे तो भी मूर्तियों का नुकसान नहीं हुआ। प्राचीन शिवलिंग पर जब मंदिर की दिवार गिरी तो इन दीवारों को चमत्कारिक ढंग से मंदिर पर गिरने से एक छोटी सी चट्टान ने रोक लिया । मंदिर की भारी-भरकम छत नीचे शिवलिंग पर गिरी लेकिन शिवलिंग से सिर्फ 6 इंच ऊपर आकर टिक गई । शिवलिंग का नुकसान नहीं हुआ । लोगों ने कहा कि जिस तरह से केदारनाथ में आई त्रासदी में भगवान केदारनाथ ने स्वयं की रक्षा की थी उसी तरह यहां पर भी भोलेनाथ ने खुद के ऊपर चट्टाने नहीं गिरने दी ।
मंदिर में हुए इस घटनाक्रम की सूचना जब लोगों तक पहुंचने लगी तो बड़ी संख्या में लोग जमा होने लगे । लोग वीडियो बनाने लगे, सेल्फी लेने लगे । घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं और सब इसे भगवान भोलेनाथ का चमत्कार बता रहे हैं । मंदिर के पेड़ के हिस्से को धीरे-धीरे काटकर हटाया जा रहा है और मलबा भी मंदिर से बाहर फेंका जा रहा है । मंदिर के फिर से निर्माण की बड़े स्तर पर तैयारी भी शुरू कर दी गई है।